जन्माष्टमी पर मथुरा-वृंदावन से लेकर पूरे देश में धूम है. हर घर में भगवान का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. मंदिर अद्भुत ढंग से सजाए गए हैं. महिलाएं अपने बच्चों को कान्हा बना रही हैं. इतना ही नहीं कानपुर में तो कई महिलाओं ने इसी दिन अपनी डिलीवरी करवाई ताकि उनका बच्चा भगवान कृष्ण की तरह वीर होगा और कन्हैया उसकी रक्षा करेंगे. खास बात यह भी है कि ज्यादातर ने अपने बच्चों का नाम कृष्ण, श्याम घनश्याम के नाम पर रखने का फैसला किया है.
शहर के न्यू लीलामणि हॉस्पिटल में आज स्वामी गुप्ता के यहां जब बच्चे का जन्म हुआ तो उन्होंने अपने लड़के का नाम कृष्ण भगवान के नाम पर रखा. स्वामी ने पहले से ही अपनी डिलीवरी के लिए जन्माष्टमी का दिन चुना था और यह भी तय किया था अगर लड़का होगा तो उसका नाम कृष्ण रखेंगे. उनका मानना है कि जन्माष्टमी के दिन मेरे बेटे का जन्म होने पर भगवान कृष्ण उसकी रक्षा करेंगे और उनके नाम पर अगर कृष्ण नाम रखेंगे तो उन्हीं की तरह वीर बहादुर होगा.
कई अस्पतालों में महिलाओं ने कराई डिलीवरी
इसी तरह कानपुर के डफरिन अस्पताल में जन्माष्टमी के दिन 8 महिलाओं ने अपनी डिलीवरी कराई है और शीला अस्पताल में 10 महिलाओं ने डिलीवरी कराई. उर्सला हॉस्पिटल से काशीराम हॉस्पिटल और कई प्राइवेट नर्सिंग होम में आज के दिन सैकड़ों महिलाओं ने डिलीवरी कराई. जिन महिलाओं के यहां बेटियां हुईं, वो भी निराश नहीं हुई उनको लगता है कि जन्माष्टमी के दिन बेटी होने से भगवान कृष्ण की शक्ति राधा मैया बच्चों की रक्षा करेंगी और उन्होंने अपनी बच्चियों का नाम राधा और रुक्मिणी के नाम पर रखा.
रंजय सिंह