वाराणसी में श्रावण पर्व को लेकर तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं. इस बार सावन के मौके पर भक्तों को गंगा में वाटर टैक्सी की सौगात मिलने वाली है. जिसका ट्रायल शुरू हो चुका है. ट्रायल के बाद वाटर टैक्सी आम जनता के लिए शुरू कर दी जाएगी. बताया जा रहा है कि 10 वाटर टैक्सी आ चुकी हैं. शुरुआत में 2 वाटर टैक्सी का संचालन करवाया जाएगा.
वाराणसी 10 वाटर टैक्सी आ चुकी हैं
वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (वीसीटीएसएल) की रिपोर्ट के आधार पर उद्घाटन तारीख तय होगी. यह वाटर टैक्सी राजघाट, ललिता घाट (काशी विश्वनाथ धाम), दशाश्वमेध घाट और अस्सी घाट से संचालित होगी. वाटर टैक्सी के ट्रायल के दौरान वाराणसी के कमिश्नर और डीएम सहित तमाम अधिकारियों ने नमो घाट से वाटर टैक्सी पर बैठे और ट्रॉयल का जायजा लिया. डीजल चालित टैक्सी बाद में सीएनजी में परिवर्तित होंगी.
गंगा में शुरू हुआ वाटर टैक्सी का ट्रायल
मंडलायुक्त कौशल शर्मा ने बताया कि वाटर टैक्सी का निरीक्षण करने के बाद थोड़ा संशोधन के बाद इसे जनता के लिए सावन में शुरू कर दिया जाएगा. एक निश्चित अंतराल पर यह वाटर टैक्सी उपलब्ध होगी. इससे न केवल सड़कों पर भीड़ कम होगी बल्कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में श्रद्धालुओं को पहुंचने में आसानी भी होगी. बताया जा रहा है कि नाविकों को भी वाटर टैक्सी से जोड़ने का प्रयास होगा.
वाटर टैक्सी में को तीन तरह से इस्तेमाल किया जाएगा
गंगा में वाटर टैक्सी में को तीन प्रकार से इस्तेमाल किया जाएगा. पहला यात्रियों के लिए दूसरा शव के लिए और तीसरा एंबुलेंस के तौर पर. उन्होंने बताया कि फिलहाल 4 घाटों पर वाटर टैक्सी का स्टॉपेज रहेगा और प्रत्येक वाटर टैक्सी में लगभग 40 से 50 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी. एक दिन में प्रत्येक टैक्सी आठ किलो मीटर के आठ फेरा लगाएगी.
रोशन जायसवाल