यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार अधिकारियों को गड्ढा मुक्त सड़कों के लिए निर्देश दे रहे हैं. लेकिन शायद अधिकारियों के कानों में जूं नहीं रेंग रही है. इसकी बानगी उस वक्त देखने को मिली जब सीएम योगी लखनऊ से निकलकर देवा रोड पहुंचे. वो आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. इस दौरान रास्ते में गड्ढे और गंदगी देख सीएम खफा हो गए और अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई.
सीएम योगी का पारा गरम होते देख अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए. शाम करीब 7 बजे सीएम योगी के वापस जाने के साथ ही सरकारी अमला दौड़ पड़ा. आनन-फानन में गड्ढों को भरा गया और सड़क का मुआयना शुरू कर दिया गया. फिर इसके बाद लखनऊ में शुरू हुआ एक्शन का दौर.
इन लोगों पर गिरी गाज
देवा रोड में होटल के पास गंदगी को लेकर सुपरवाइजर अवधेश कुमार निलंबित कर दिया गया है. वहीं, जोनल सेनेटरी ऑफिसर मनोज यादव को भी पद से हटा दिया गया है. बताया जा रहा है कि इस मामले को लेकर कई बड़े अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है.
फटकार के बाद ही शुरू हुआ काम
बता दें कि ये पूरी घटना बीते दिन की है. सीएम योगी की फटकार के बाद ही मरम्मत और सफाई का काम शुरू हो गया. देवा रोड, मटियारी और जहां-जहां गड्ढों से होते हुए सीएम योगी का काफिला होटल पहुंचा था उन सब जगहों पर सड़क की मरम्मत की गई. हालांकि, रोड एक तरफ एनएचएआई के अंतर्गत आती है तो दूसरी तरफ पीडब्ल्यूडी के.
खराब सड़क से आम लोग और दुकानदार परेशान
मालूम हो कि नया बना लखनऊ हाईकोर्ट भी इसी रास्ते में पड़ता है. मटियारी से मात्र एक से दो किमी दूर हाईकोर्ट स्थित है. उसके बाद भी इस सड़क पर गड्ढे देखे जाते हैं. बारिश के बाद पानी भरे गड्ढे जानलेवा साबित हो सकते हैं. आसपास के दुकानदारों ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि गड्ढों की वजह से धूल उड़ती है. बहुत दिक्कत है. खाने-पीने का सामान तक खराब हो जाता है. सीएम साहब न आए होते तो आज भी काम न होता.
स्ट्रीट लाइट भी थीं खराब
वहीं, कुछ लोगों का यह कहना है कि सिर्फ काम चलाऊ काम हो रहा है. एक हफ्ते में यह सड़क भी उखड़ जाएगी. एक राहगीर ने ऊपर की तरफ लगी स्ट्रीट लाइट की तरफ इशारा करते हुए कहा- यह भी कल तक बुझी हुई थी, सीएम के दौरे की वजह से दोबारा जली है, महीनों बाद. सूत्रों के मुताबिक, बिजली बिल बकाया होने की वजह से स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन काटे गए थे. ऐसे में सीएम की फ्लीट लौटने से पहले ही कनेक्शन जुड़वाने के लिए अधिकारियों ने पूरा जोर लगा दिया. कनेक्शन जुडने और करीब 60 स्ट्रीट लाइट के जलने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली.
सीएम योगी का काफिला जिन खराब सड़कों से गुजरा वहां तो काम शुरू हो गया. लेकिन उन सड़कों का क्या जहां से काफिला नहीं गुजरा. आए दिन खराब सड़कों से राहगीर जान जोखिम में डालकर गुजरते हैं. लेकिन खराब सड़कों के सवाल पर परियोजना निदेशक, एनएचएआई, सौरभ चौरसिया कहते हैं- सड़क पर गड्ढे नहीं है. बस कहीं-कहीं पर उखड़ गया है. इतना बड़ा गड्ढा कहीं नहीं है कि पानी भर जाए. पूरी रोड का जायजा लिया गया है, जो दिक्कतें हैं उन्हें ठीक कराया जाएगा.
समर्थ श्रीवास्तव