बिहार विधानसभा चुनाव से पहले शराब माफिया सक्रिय हो गए हैं और शराबबंदी वाले राज्य में शराब की सप्लाई बढ़ने लगी है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के चंदौली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए अवैध अंग्रेजी शराब की भारी खेप बरामद की है. पुलिस ने ट्रक से तकरीबन 750 पेटी अंग्रेजी शराब पकड़ी है, जिसकी कीमत लगभग 1.40 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इस मामले में दो तस्करों को गिरफ्तार भी किया गया है.
बुरादे की बोरियों के नीचे छुपाई थी शराब
पुलिस के मुताबिक, चंदौली पुलिस को गोपनीय सूचना मिली थी कि पंजाब के चंडीगढ़ से एक ट्रक के जरिए शराब बिहार भेजी जा रही है. इस सूचना पर थाना अलीनगर पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने नेशनल हाईवे-19 पर चेकिंग अभियान चलाया. इसी दौरान एक संदिग्ध ट्रक को रोका गया. ट्रक में ऊपर से बुरादे की बोरियां भरी थीं. जब पुलिस ने बोरियों को हटाकर तलाशी ली तो नीचे शराब की सैकड़ों पेटियां छुपी मिलीं.
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चुनाव में खपाने की थी तैयारी
बरामद की गई शराब को बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान ऊंचे दामों पर बेचने की योजना थी. पुलिस जांच में सामने आया है कि शराब को बेहद सुनियोजित तरीके से ट्रक में छुपाकर लाया जा रहा था ताकि चेकिंग के दौरान पकड़ में न आए. शराब माफिया बिहार में चुनावी माहौल का फायदा उठाकर शराब की सप्लाई बढ़ाने की फिराक में थे.
दो तस्कर गिरफ्तार, बाकी की तलाश
पुलिस ने मौके से हरियाणा और पंजाब के रहने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके. एसपी चंदौली आदित्य लांग्हे ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और शराब तस्करी के इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में टीम गठित कर दी गई है.
पुलिस की सख्ती से माफियाओं में हड़कंप
चंदौली एसपी ने कहा कि जिले में शराब तस्करी के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इससे पहले भी पुलिस ने कई बार भारी मात्रा में शराब की खेप पकड़ी है. उन्होंने कहा कि चुनावी सीजन में शराब माफिया सक्रिय हो जाते हैं, लेकिन पुलिस की सख्ती से उनका खेल बेनकाब होता रहेगा.
शराबबंदी के बाद भी जारी तस्करी
गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी लागू हुए एक दशक से अधिक समय बीत चुका है. इसके बावजूद अन्य राज्यों से शराब की तस्करी का सिलसिला थम नहीं रहा है. चुनाव जैसे मौकों पर इसकी डिमांड और बढ़ जाती है, जिसका फायदा उठाने के लिए माफिया हर बार नए तरीके अपनाते हैं.
उदय गुप्ता