बहराइच के कैसरगंज थाना क्षेत्र में आदमखोर भेड़ियों का आतंक लगातार जारी है. शनिवार तड़के सुबह करीब साढ़े तीन बजे, एक वर्षीय मासूम बच्ची को भेड़िया ने उसकी मां के पास से उठाकर शिकार बना लिया था. शाम होते-होते वही भेड़िया वन कर्मियों की गोली का शिकार हो गया. यह बहराइच में मारा गया पांचवां आदमखोर भेड़िया है.
बच्ची की चीख-पुकार सुनकर उसकी मां दौड़ी, लेकिन तब तक भेड़िया उसे मुंह में दबाकर गन्ने के खेत में ले गया. आसपास के लोग तुरंत घटनास्थल पर जुटे और टॉर्च की रोशनी में खेत की सघन तलाशी ली, लेकिन भेड़िया का कुछ पता नहीं चला.
रेत पर मिले भेड़िया के पैरों के निशान
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और वन विभाग की टीम पहुंची और भेड़िया को पकड़ने के लिए कांबिंग ऑपरेशन शुरू किया. डीएफओ ने बताया कि घटना स्थल से नदी की रेत की तरफ पड़े पैरों के निशान को आधार बनाकर ऑपरेशन चलाया गया. ड्रोन के जरिए भेड़िया की लोकेशन मिलते ही वन कर्मियों ने उसे मार गिराया.
तीन महीने से जारी भेड़ियों का कहर
मृत बच्ची के शरीर के अवशेष और कपड़े बरामद किए गए हैं. बहराइच के कैसरगंज थाना क्षेत्र के मंझारा तौकली और गोड़हिया नंबर एक, दो, तीन और चार समेत आस-पास के कई गांवों में पिछले तीन महीनों से आदमखोर भेड़ियों ने कहर मचाया है. 10 सितंबर को भेड़िया के हमले में पहली बच्ची की मौत हुई थी.
अब तक नौ मासूमों और एक बुजुर्ग दंपत्ति की मौत हो चुकी है. 28 और 29 नवंबर को और 7 दिसंबर को हुई घटनाएं भी दर्ज हैं. वन विभाग और पुलिस लगातार सुरक्षा बढ़ाने और ग्रामीणों को सतर्क रखने में जुटी हुई है.
राम बरन चौधरी