समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या रेपकांड में एक बार फिर आरोपी के DNA टेस्ट की मांग की है. इस मांग को लेकर बीजेपी सपा पर हमलावर है. वहीं इसका जवाब देते हुए सपा मुखिया ने कहा कि जब इसी सरकार ने पिछले साल कानून संशोधित किया था कि अगर किसी मामले में सात साल की सजा का प्रावधान है तो उसमें आरोपी का DNA टेस्ट होना चाहिए तो इसमें क्या गलत मांग है और उनके परिवार के लोग भी ये मांग कर रहे हैं.
अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "अयोध्या मामले में कोई पॉलिटिकल पार्टी अगर समाजवादी पार्टी ये बात कहती है कि डीएनए टेस्ट होना चाहिए. कैसे मुख्यमंत्री हैं. इन्हें कौन राय दे रहा है. ये कानून किसका संशोधित है. ये इन्हीं का संशोधित किया हुआ है 2023 का. जिसमें कहा गया है कि डीएनए टेस्ट होना चाहिए, अगर सात साल की सजा का प्रावधान है तो. क्या गलत मांगा है और उनके परिवार के लोग कह रहे हैं."
सपा मुखिया ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग भेदभाव कर रहे हैं. इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इनको हर जगह राजनीति दिखाई दे रही है, वोट दिखाई दे रहा है. ये कितना भी कुछ कर लें, जनता को इनसे कोई उम्मीद नहीं है. जब जनता की उम्मीद खत्म हो जाए किसी भी पॉलिटिकल पार्टी से तो समझ लेना कि उस पॉलिटिकल पार्टी का सफाया होना निश्चित है. ये जो हारे हैं, इनता बुरा हारे हैं, जनता इससे भी बुरा इन्हें हराएगी तभी इनका इलाज होगा.
अखिलेश ने पहले भी की थी ये मांग
इससे पहले भी अखिलेश ने कहा था कि इस मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए. जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए. यही न्याय की मांग है.
न्यायालय की बात कर गुमराह न करें: केशव मौर्य
वहीं इसको लेकर डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सपा मुखिया को अपने वोट बैंक के नाराज होने की चिंता है. डिप्टी सीएम ने लिखा, "कांग्रेस के मोहरा श्री अखिलेश यादव निषाद समाज की पीड़ित बेटी के मामले में पहले आप PDA भूल DNA अब न्यायालय की बात कर गुमराह न करें. आपको वोट बैंक के नाराज़ होने की चिंता है, प्रदेशवासियों को दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने की अपेक्षा है. सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाएंगी."
शिवपाल बोले- केशव मौर्य का भी हो नार्को टेस्ट
इससे पहले सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने भी पीड़िता और आरोपी के नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन किया था. शिवपाल ने कहा था, "मैं अयोध्या के घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं व साथ ही श्री पवन पांडेय द्वारा किए गए नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन भी करता हूं. उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि संवदेनशील विषयों पर घटिया राजनीति कौन कर रहा है."
क्या है अयोध्या की पूरी घटना?
रेप की यह घटना अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की है, जहां 12 साल की एक बच्ची से दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके बारी-बारी रेप करते रहे. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई. फिलहाल पीड़िता की हालत नाजुक है, उसे अयोध्या से लखनऊ रेफर किया गया है. वहीं पुलिस ने हिंदू संगठनों के दवाब के बाद मामला दर्ज किया और पुलिस ने सपा के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान और उसकी बेकरी पर काम करने वाले राजू को गिरफ्तार किया. पीड़िता की मां ने बताया कि जब हम शिकायत लेकर चौकी पर गए तो दारोगा ने हमसे कहा कि राजू का नाम रखिए, लेकिन दूसरा नाम हटा दीजिए. फिर एसपी के दखल के बाद हमारा मामला लिखा गया.
पीड़िता की मां ने सीएम योगी से की थी मुलाकात
पीड़ित नाबालिग लड़की की मां ने बीते शुक्रवार को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इस दौरान सीएम ने सपा नेता मोईद खान समेत अन्य आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया. इसके बाद अब थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी पर भी एक्शन हुआ है और आरोपी की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई और अब संपत्ति की जांच भी शुरू की गई है.
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