UP में बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़... 'अल मौत उल हिंद' के जरिए रची जा रही थी आतंकी हमले की साजिश, निशाने पर थे हिंदूवादी संगठनों के नेता

UP एटीएस की मुरादाबाद यूनिट ने राजधानी स्थित एटीएस थाने में इस पूरे मामले को लेकर FIR दर्ज की है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि सिग्नल एप पर चल रहे 'अल मौत उल हिंद' नामक ग्रुप के माध्यम से देश विरोधी गतिविधियों की योजना बनाई जा रही थी.

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(प्रतीकात्मक तस्वीर) (प्रतीकात्मक तस्वीर)

आशीष श्रीवास्तव

  • लखनऊ ,
  • 21 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 11:00 AM IST

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है. यूपी एटीएस ने एक खतरनाक साजिश का खुलासा करते हुए बताया कि 'अल मौत उल हिंद' नामक एक ग्रुप सिग्नल मोबाइल एप पर सक्रिय था, जिसके जरिए देश में आतंकी हमले की योजना बनाई जा रही थी. इस साजिश में उत्तर प्रदेश के संभल जिले और बिहार के कुछ संदिग्ध युवक शामिल थे. एटीएस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और कई जगह छापेमारी जारी है.

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यूपी एटीएस की मुरादाबाद यूनिट ने राजधानी स्थित एटीएस थाने में इस पूरे मामले को लेकर FIR दर्ज की है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि सिग्नल एप पर चल रहे 'अल मौत उल हिंद' नामक ग्रुप के माध्यम से देश विरोधी गतिविधियों की योजना बनाई जा रही थी. इस ग्रुप में युवाओं को आतंकी ट्रेनिंग से जुड़े वीडियो भेजे जाते थे और उन्हें कट्टरपंथ की ओर प्रेरित किया जा रहा था.

सूत्रों के मुताबिक, इस ग्रुप से 100 से ज्यादा युवक जुड़े हुए थे. इन युवकों के माध्यम से वॉट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी समान विचारधारा वाले ग्रुप तैयार किए गए थे. एटीएस को जानकारी मिली है कि इन ग्रुप्स में भारत के साथ-साथ फिलिस्तीन के युवक भी जोड़े जा रहे थे.

पूछताछ में सामने आया कि ग्रुप में युवाओं को भड़काने के लिए भारत और इजराइल में मुस्लिमों के कथित उत्पीड़न की झूठी कहानियां साझा की जा रही थीं.

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दो नाबालिगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया, लेकिन उनके मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं और सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच जारी है.

हिरासत में लिए गए युवकों ने बताया कि उनके निशाने पर कुछ हिंदूवादी संगठनों के प्रमुख नेता भी थे. हालांकि, अभी तक इन नेताओं के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं.

हाल ही में संभल जिले में हिंसा की घटनाओं के बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क थीं. सोशल मीडिया पर कुछ युवाओं की संदिग्ध गतिविधियों के बाद उन पर नजर रखी जा रही थी. इसी निगरानी के दौरान इस आतंकी मॉड्यूल का खुलासा हुआ.

यूपी और बिहार में लगातार छापेमारी की जा रही है. एटीएस का दावा है कि इस मामले में जल्द ही एक बड़ा खुलासा हो सकता है, जिससे पूरे नेटवर्क की परतें खुल सकती हैं.

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