'इसने मुझे चुना है...' महिला ने पेड़ की मदद से बना दिया World Record, ऐसा क्या किया?

महिला ने लोगों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करने और उनकी रक्षा करने की जरूरत पर भी प्रकाश डाला. उनका कहना है कि इसी वजह से उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार किया.

Advertisement
महिला ने पेड़ के जरिए बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड (तस्वीर- @GWR/X) महिला ने पेड़ के जरिए बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड (तस्वीर- @GWR/X)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:50 PM IST

इस महिला ने एक पेड़ की मदद से ऐसा काम किया, कि वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया. ये महिला पर्यावरण कार्यकर्ता है. वो युगांडा के कंपाला की रहने वाली है. उसने सबसे अधिक समय तक पेड़ को गले लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. 29 साल की फेथ पेट्रीसिया एरियोकोट ने रिकॉर्ड बनाने के लिए 16 घंटे 6 सेकंड तक पेड़ को अपनी बाहों से लपेटे रखा. उन्होंने लोगों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करने और उनकी रक्षा करने की जरूरत पर भी प्रकाश डाला. उनका कहना है कि इसी वजह से उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार किया.

Advertisement

फेथ कहती हैं, 'जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में ये सबसे महान सैनिक हैं.' उन्होंने कहा कि इस रिकॉर्ड के लिए पेड़ का चुनाव करना शादी की ड्रेस चुनने जैसा था. उनका कहना है, 'इस पेड़ ने मुझे चुना है और ये पहली नजर के प्यार जैसा था. जब मैंने पेड़ देखा, तो मुझे पता था कि ये वही है, जिसके पास मैं जाऊंगी.' यह रिकॉर्ड 'सबसे लंबे मैराथन' रिकॉर्ड से थोड़ा अलग है, जैसे कि सबसे लंबे समय तक खाना पकाने का रिकॉर्ड, जहां चुनौती लेने वालों को आराम करने के लिए प्रत्येक घंटे के बाद पांच मिनट का समय दिया जाता है.

वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की इन कोशिशों को 'मैराथन' तभी माना जाता है, जब वो 24 घंटे से अधिक समय तक चलें.  फेथ को पूरे समय तक पेड़ के चारों ओर अपनी बाहें लपेटकर रहना था. वो उसे छोड़ नहीं सकती थीं. उन्हें हर वक्त खड़े रहना था. वो कहती हैं, '16 घंटे तक खड़े रहने के कारण मेरे पैरों में दर्द हो रहा था. पेड़ चुभ रहा था. इससे मुझे दर्द होने लगा. लेकिन मुझे उसे पकड़े रहना था.' 

Advertisement

फेथ की ये तीसरी कोशिश थी. इससे पहले भी उन्होंने पेड़ को गले लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने की कोशिश की थी. एक बार सब कैमरा में ठीक से रिकॉर्ड नहीं हो पाया. जबकि दूसरी बार तूफान की वजह से कोशिश बीच में ही छोड़नी पड़ी. मगर इस बार 9 घंटे के बाद उनकी हिम्मत जवाब देने लगी थी. लेकिन फेथ कोशिश करती रहीं. उनका कहना है कि उनके ऐसा करने के बाद लोग पर्यावरण को लेकर अधिक जागरुक होंगे. वो पौधारोपण के लिए प्रेरित होंगे.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement