'तू धरती पे चाहे जहां भी रहेगी...', ठीक से नाम भी याद नहीं था, लड़की ने ऐसे ढूंढ निकाली बचपन की दोस्त

एक लड़की ने हाल में सोशल मीडिया पर बताया कि किस तरह उसने अपनी 18 साल पुरानी दोस्त को ढूंढ निकाला. लड़की ने इसके लिए जो आइडिया लगाया उससे लोग खासा प्रभावित हुए और अपने दोस्तों को ढूंढने के लिए ऐसा ही करने की बात कह रहे हैं.

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लड़की ने ऐसे ढूंढ निकाली बचपन की दोस्त लड़की ने ऐसे ढूंढ निकाली बचपन की दोस्त

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 जून 2023,
  • अपडेटेड 1:04 PM IST

बचपन के दोस्त ऐसे होते है कि जिन्हें कोई भी कभी नहीं भूलता लेकिन कई बार उनके दूसरे शहर या स्कूल में चले जाने पर संपर्क टूट जाने के चलते उन्हें ढूंढना मुश्किल हो जाता है. खासकर उन लोगों के लिए जिनके बचपन में मोबाइल की सुविधा आम नहीं थी. वहीं हाल में एक लड़की ने जिस तरह अपनी बचपन की दोस्त को ढूंढ निकाला. वह आइडिया शानदार है और बाकी लोगों के भी काम आ सकता है.

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केजी क्लास की दोस्त को ढूंढ निकाला

दरअसल, नेहा नाम की लड़की ने अपने इंस्टाग्राम पर पूरा किस्सा एक वीडियो के जरिए बताया. उसने बताया कि किस तरह उसने अपनी लोवर केजी क्लास की दोस्त को ढूंढने के लिए खास इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया था और उसकी मदद से उसने उसे ढूंढ भी निकाला था. 

 टूट गया था कॉन्टेक्ट

वीडियो में नेहा ने बताया कि साल 2006 में मैं अपनी दोस्त लक्षिता के साथ केजी क्लास में पढ़ती थी लेकिन लक्षिता के मां-बाप के दूसरे शहर में शिफ्ट हो जाने के चलते हमारा कॉन्टेक्ट टूट गया था. मुझे ठीक से उसका पूरा नाम भी याद नहीं था. लेकिन अब क्योंकि मैं अपनी खास दोस्त को याद कर रही थी तो मैंने उसे ढूंढने के बारे में सोचा.

'एक दिन लक्षिता का मेसेज आया'

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नेहा ने बताया कि इसके लिए मैंने एक अलग इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया और स्कूल की ग्रुप फोटो से उसका बचपन का फोटो निकालकर उसे पोस्ट किया. इसके बाद मैंने लक्षिता के नाम के ढेर सारे इंस्टाग्राम अकॉउंट्स पर मैसेज किया और मेरे अकाउंट में लगी तस्वीर चेक करने को कहा. ये सिलसिला तब तक चलता रहा जबतक कि मेरी दोस्त लक्षिता का मेसेज मुझे नहीं आया. 

18 साल बाद हुई बातचीत

लड़की ने आगे बताया कि मेरी दोस्त लक्षिता ने आखिरकार रिप्लाई किया. नेहा ने अपने पोस्ट के कैप्शन में लिखा- ये बिल्कुल आसान नहीं था लेकिन आखिरकार वो मुझे मिली तो सही. 18 साल बाद उससे बातचीत हो रही है. यकीन नहीं हो रहा. साल 2006 में एलकेजी क्लास की मेरी दोस्त लक्षिता से मेरा कॉन्टेक्ट तक टूट गया था जब उसके मां पिता जयपुर शिफ्ट हो गए थे. उसका सरनेम भी याद नहीं था. और फिर...

'तू धरती पे चाहे जहां भी रहेगी....'

नेहा के इस पोस्ट पर लोगों ने ढेरों रिएक्शन दिए. लोग नेहा के पेशेंस की खूब तारीफ कर रहे हैं. लोग कह रहे हैं कि इसे कहते हैं फ्रेंडशिप गोल्स. वहीं कई लोग कह रहे हैं- वाह ये कितनी सही आइडिया है, हम भी अपने बचपन के दोस्त को ऐसे ही ढूंढेंगे. वहीं कुछ लोगों ने कहा- हमारे पास दोस्त की तस्वीर ही नहीं. एक ने लिखा- सोशल मीडिया का कमाल. एक अन्य यूजर ने मजे लेते हुए लिखा- तू धरती पे चाहे जहां भी रहेगी....

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