नौकरी छोड़कर बेचा फालूदा आइसक्रीम, बनाया ब्रांड, पोस्ट वायरल

दीप का मानना है कि अपने सपनों पर भरोसा करना सबसे जरूरी है, भले ही लोग शुरू में मज़ाक उड़ाएं या आलोचना करें. एक्स (Twitter) पर यूजर्स ने उनकी हिम्मत, लगन और प्रेरक सफर की खूब तारीफ की.

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ओरेकल इंडिया में ऊंचे पद पर काम करने वाले प्रदीप कन्नन ने 2019 में अपनी स्थिर और अच्छी सैलरी वाली नौकरी छोड़कर तमिलनाडु के अपने गृहनगर करूर में फालूदा और आइसक्रीम का बिजनेस शुरू किया. (Photos: Pradeep Kannan/X) ओरेकल इंडिया में ऊंचे पद पर काम करने वाले प्रदीप कन्नन ने 2019 में अपनी स्थिर और अच्छी सैलरी वाली नौकरी छोड़कर तमिलनाडु के अपने गृहनगर करूर में फालूदा और आइसक्रीम का बिजनेस शुरू किया. (Photos: Pradeep Kannan/X)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:47 AM IST

एक्स (Twitter) पर वायरल हो रही एक पोस्ट में, एक टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट ने बताया कि उसने बेंगलुरु की अपनी अच्छी सैलरी वाली नौकरी छोड़ दी और तमिलनाडु के अपने गांव जाकर आइसक्रीम और फालूदा का बिजनेस शुरू किया. अब उसके भारत और दुबई में 18 से ज्यादा आउटलेट हैं. ये कहानी प्रदीप कन्नन की है, जो पहले ओरेकल इंडिया में ऑपरेशंस हेड थे. बेंगलुरु में उनकी जिंदगी बहुत आरामदायक थी. स्थिर नौकरी, अच्छी कमाई और खुशहाल परिवार. फिर भी, उन्हें अंदर से महसूस हुआ कि वो कुछ अलग और अपना करना चाहते हैं.

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नौकरी छोड़कर आए होमटाउन
2019 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और अपने होमटाउन करूर लौट आए. वहां उन्होंने फालूदा और आइसक्रीम की दुकान खोली. प्रदीप ने बताया कि जब उन्होंने यह फैसला लिया, तो सबने कहा कि वो पागल हो गए हैं, लेकिन उन्हें यकीन था कि यही सही रास्ता है. उन्होंने आगे बताया कि यह सफर एक छोटे से आउटलेट से शुरू हुआ, जो धीरे-धीरे द फालूदा शॉप में बदल गया और अब भारत और दुबई में 18 से ज़्यादा स्टोर चला रहा हैं. उन्होंने लिखा, "आज, मैं भारत का अगला महत्वाकांक्षी D2C आइसक्रीम ब्रांड बनाने की दिशा में खुले दिल से काम कर रहा हूं. मेरा सफर छोटे शहरों के सपनों से कॉर्पोरेट केबिनों, फिर फ्रैंचाइजी किचन और अब अंतरराष्ट्रीय दुकानों तक पहुंच गया है."

काफी यूजर्स ने की तारीफ
एक्स पर, यूजर्स ने उनके फैसले और लगन की तारीफ की. एक यूजर ने कहा, "यह प्रेरणादायक है. अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने के लिए हिम्मत चाहिए. शाबाश, और आपको लगातार सफलता की शुभकामनाएं. वहीं एक और यूजर ने लिखा, "बधाई! किसी को 9-5 की नौकरी छोड़कर कुछ नया करते हुए दूसरों के लिए अवसर पैदा करते देखना प्रेरणादायक है."

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एक यूजर ने मजाकिया अंदाज में लिखा-“समाज कहता है: ‘नौकरी मत छोड़ो, यह बहुत रिस्क है.’वो नौकरी छोड़ देता है, अपना बिजनेस खड़ा करता है, और अब दुबई में फालूदा बेच रहा है. बाद में वही समाज कहता है: ‘हमें तो पहले से ही तुम पर भरोसा था. एक दूसरे यूजर ने लिखा, “आपकी कहानी दिल को छू लेने वाली है. अपने दिल  की बात सुनना वाकई साहस की बात है. लोगों की इन प्रतिक्रियाओं से साफ है कि प्रदीप कन्नन की कहानी यह दिखाती है, अगर इंसान खुद पर भरोसा करे, तो वो समाज की सोच से आगे बढ़कर अपनी राह खुद बना सकता है.

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