बेंगलुरु के जेपी नगर में रहने वाले 30 साल के शख्स ने रेडिट पर पूछा कि क्या उसे 2.7 करोड़ रुपये का 3BHK फ्लैट खरीदना चाहिए, जिसके लिए उन्हें 1.8 करोड़ रुपये लोन लेना पड़ेगा. वह लगभग 10 साल से दक्षिण बेंगलुरु में रह रहा है और अपनी पत्नी के साथ यहीं बसना चाहता है. इसलिए सरजापुर या वार्थुर (जहां ज्यादातर आईटी कंपनियां हैं) जाने के बजाय उसी इलाके में घर लेना चाहता है.
दोनों की मंथली इनकम 5 लाख
यह फ्लैट 1,800 स्क्वायर फीट का है और एक बड़े बिल्डर की गेटेड कम्युनिटी में है. सोसाइटी 8 साल पुरानी है, लेकिन अच्छी तरह से मेंटेन है, हरियाली है और मेट्रो स्टेशन भी पास है. पति एम्बेसी टेक विलेज और पत्नी एचएसआर लेआउट में काम करती हैं, तो यह जगह दोनों के लिए ठीक है. शख्स ने अपनी पोस्ट में बताया कि पति-पत्नी की मिलाकर मासिक इनकम 5.1 लाख, रुपये, घर का खर्च के लिए 60–70 हजार रुपये, इमरजेंसी फंड के लिए 20 लाख रुपये, अतिरिक्त बफर फंड के लिए 20 लाख रुपये.
4 साल तक बच्चे का नहीं है प्लान
उन्होंने आगे बताया कि उनके होम टाउन में एक 2BHK फ्लैट भी है. जिससे हर महीने 18,000 रुपये किराया आता है. फिलहाल वे बच्चे नहीं चाहते, इसलिए अगले 3-4 साल तक उनके खर्च ज्यादा नहीं बढ़ेंगे. वे अपने म्यूचुअल फंड और स्टॉक निवेश को बनाए रखते हुए एडवांस पेमेंट और दूसरी लागत अपनी सेविंग से करने का प्लान बना रहे हैं. इस कपल ने अगले 3-4 साल तक बच्चे नहीं रखने की योजना बनाई है. इसलिए वे अपनी म्यूचुअल फंड और स्टॉक निवेश को बनाए रखेंगे और घर की एडवांस पेमेंट और अन्य खर्चों के लिए अपनी बचत का उपयोग करेंगे.
जेपी नगर में फ्लैट लेने का कारण
लेकिन घर लेने में आने वाली संभावित परेशानी
पोस्ट पर रेडिट यूज़र्स की राय
कुछ लोग बोले – बहुत बड़ा लोन है, उनका कहना था कि 1.8 करोड़ का लोन बहुत भारी है. EMI बहुत ज्यादा होगी और लंबी अवधि तक आर्थिक दबाव बना रहेगा. दूसरों ने कहा – इनकम अच्छी है. कई लोगों ने माना कि कपल की संयुक्त इनकम (5.1 लाख रुपये/महीना) काफी अच्छी है. खर्च भी ज़्यादा नहीं है, और उनके पास सेविंग्स और रेंट से इनकम भी है. ऐसे में इतना बड़ा लोन लेना मैनेज किया जा सकता है. कुछ ने कहा कि फ्लैट की लोकेशन (जेपी नगर, मेट्रो के पास) और टियर-1 बिल्डर की गेटेड सोसाइटी एक सुरक्षित निवेश है. बेंगलुरु में ऐसी प्रॉपर्टीज़ का वैल्यू समय के साथ बढ़ता ही है.
कई लोगों ने चेतावनी दी कि अभी ब्याज दरें बढ़ सकती हैं, नौकरी का रिस्क भी रहता है. अगर इनकम में गिरावट आई तो इतने बड़े लोन को संभालना मुश्किल हो जाएगा. कुछ ने कहा – इंतजार करो. कुछ यूजर्स का मानना था कि घर खरीदने की जल्दी नहीं है. थोड़े साल और किराए पर रहकर ज़्यादा बचत कर लें, फिर कम लोन लेकर घर खरीदना बेहतर होगा. कुछ लोगों ने इसे सही फैसला माना क्योंकि दंपति की इनकम और फाइनेंशियल बैकअप अच्छे हैं. वहीं, कुछ ने चेताया कि इतना बड़ा लोन लंबे समय तक बोझ बन सकता है.
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