कई ऐसे लोग हैं, जो विदेश जाकर रहना चाहते हैं और वहां ही कमाई करना चाहते हैं. लेकिन, जितनी वहां की कमाई है, उतना ही वहां का खर्चा होता है. हाल ही में जर्मनी में रह रहे एक भारतीय दंपति ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर अपने महीने भर के खर्चे का ब्योरा दिया है. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि विदेश में रहने का कितना खर्चा होता है.
ये है पूरा खर्च
पायल और गौरव, दोनों जर्मनी में रहते हैं. उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर बताया है कि उनका हर महीने कितना खर्च होता है. उनके अनुसार, कुल खर्च 3000 यूरोज (3.1 लाख भारतीय रुपए) है जिसका 50 प्रतिशत (1,500 यूरो या 1.55 लाख रुपए) तो केवल किराए पर खर्चा होता है.
इसके अलावा बिजली पर दोनों 100 यूरो (करीब 10,360 रुपए) खर्च करते हैं. गाड़ी के बीमा के लिए 120 यूरो या साढ़े 12 हजार रुपए और लगभग 200 यूरो (20,700 रुपए) का पेट्रोल लगता है. इसके अलावा ग्रोसरी (किराने का सामान) भी बजट का बड़ा हिस्सा है, इसमें 600 यूरो (करीब 62 हजार रुपए) चले जाते हैं. अगर बाहर खाना खाएं, तो 400 (41,400 रुपए) और खर्च होते हैं. इसके अलावा जिम की फीस 80 यूरो (8,300 रुपए) है.
घूमना-फिरना लिस्ट में शामिल नहीं
वो वीडियो में ये भी बताते हैं कि इसमें घूमना-फिरना या कोई दूसरा इंश्योरेंस शामिल नही है. ये सब मिलाकर भी हमारा मासिक खर्च 3000 यूरो (3.1 लाख रुपए) से ज्यादा हो जाता है. उन्होने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा “जर्मनी में रहने का मतलब सिर्फ घूमना या अच्छी लाइफस्टाइल नही, बल्कि एक बजट को अच्छे से मैनेज करना भी है.”
इंटरनेट पर प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर ये वीडियो खूब देखा जा रहा है. एक यूजर ने कमेंट किया कि ये सच है, लेकिन सबके लिए नहीं. इतनी ज्यादा कमाई भी कुछ ही परिवारों की होती है. वहां रह रहे ज्यादातर लोगों की कमाई टैक्स छोड़कर (भारतीय रुपए अनुसार) 60 से 80 हजार के आसपास है और खर्च 2 से ढ़ाई हजार यूरो. बाकी आपके रहन-सहन पर निर्भर करता है.
दूसरे यूजर ने कहा कि 3000 यूरो जर्मनी के लिए एक बहुत अच्छी और अफोर्डेबल सैलेरी है. वहीं एक अन्य यूजर का कहना है अगर दोनों पति-पत्नि काम करें, तो इतनी सैलेरी हो जाती है. हालांकि जर्मनी में भी ज्यादा टैक्स लगता है.
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