जाली सर्टिफिकेट पर पायलट बना शख्स, सालों तक उड़ाता रहा यात्री विमान ये फर्जी कैप्टन

जाली सर्टिफिकेट देकर पायलट बना एक शख्स ने सालों तक यात्रियों से भरे प्लेन को उड़ाता रहा. अब जाकर उसकी पोल खुली और उस फर्जी पायलट पर कार्रवाई की गई.

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फर्जी पायलट ने कई साल विमान उड़ाकर सैकड़ों यात्रियों की जान जोखिम में डाली (Photo - Pexels) फर्जी पायलट ने कई साल विमान उड़ाकर सैकड़ों यात्रियों की जान जोखिम में डाली (Photo - Pexels)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 13 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 9:35 AM IST

एक को-पायलट ने कथित तौर पर लिथुआनियाई एयरलाइन में कैप्टन पद के लिए स्वयं को योग्य दिखाने के लिए जाली प्रमाण-पत्र बनाए और पूरे यूरोप में सैकड़ों यात्रियों को ले जाने वाली उड़ानों का संचालन किया.

न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस फर्जी पायलट की पहचान उजागर नहीं की गई है. उसने लिथुआनियाई एयरलाइन एवियन एक्सप्रेस में लंबे समय तक कैप्टन के रूप में काम किया था.

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सिर्फ को-पायलट के रूप में किया था काम
जर्मन मीडिया आउटलेट एयरो टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, उसके पास आवश्यक योग्यताएं नहीं थीं और उसने केवल गरुड़ इंडोनेशिया में सह-पायलट के रूप में काम किया था.

इस कंपनी ने दी थी पायलट की नौकरी 
एवियन एक्सप्रेस, जो अन्य एयरलाइनों को विमान और पूर्ण चालक दल उपलब्ध कराने में विशेषज्ञता रखती है. उसने पुष्टि की है कि उसने पायलट को नौकरी पर रखा था, जिसे बाद में हटा दिया गया.

पायलट की योग्यता को लेकर चल रही है जांच
कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी को हाल ही में उनके पेशेवर अनुभव से जुड़ी असत्यापित जानकारी का पता चला. इसके बाद तुरंत एक आंतरिक जांच शुरू की गई, जो अब भी भी जारी है. एयरलाइन ने कहा कि उसकी नियुक्ति प्रक्रिया विमानन नियमों के अनुरूप है और आश्वासन दिया कि सुरक्षा अनुपालन कंपनी की सर्वोच्च प्राथमिकता है.

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कई यूरोपीय एयरलाइन के लिए उड़ान भर चुका है फर्जी पायलट
इस व्यक्ति ने एवियन एक्सप्रेस के माध्यम से अन्य पश्चिमी यूरोपीय एयरलाइनों के लिए भी प्लेन उड़ाया था. इसमें जर्मनी स्थित यूरोविंग्स भी शामिल है. यूरोविंग्स ने पुष्टि की कि वह इस मामले को अधिक विस्तृत जांच के लिए अपने सुरक्षा विशेषज्ञों के समक्ष उठा रहा है.

एवियन एक्सप्रेस की स्थापना 2005 में हुई थी और यह यूरोप, लैटिन अमेरिका और मध्य पूर्व के लिए चार्टर उड़ानें संचालित करती है. यह आयरलैंड में मुख्यालय वाले लिथुआनियाई स्वामित्व वाले होल्डिंग समूह, एविया सॉल्यूशंस ग्रुप का हिस्सा है.

180 यात्रियों वाले विमानों को उड़ा चुका है ये फर्जी पायलट
एयरबस एयरक्राफ्ट वेबसाइट के अनुसार, इसके बेड़े में 55 एयरबस ए320 परिवार के विमान शामिल हैं. इनमें 180 यात्री बैठ सकते हैं. यूरोविंग्स एक कम लागत वाली एयरलाइन है जो अक्सर एवियन एक्सप्रेस सहित अन्य एयरलाइनों के साथ साझेदारी करती है.

 यूरोविंग्स का मुख्य स्वामित्व लुफ्थांसा समूह के पास है, जिसकी ऑस्ट्रेलियन एयरलाइंस, स्विस इंटरनेशनल एयरलाइंस और ब्रुसेल्स एयरलाइंस सहित कई अन्य एयरलाइनों में हिस्सेदारी है.

पहले भी मुफ्त यात्रा के लिए नकली कागजात का हुआ है इस्तेमाल
इसी तरह एक अन्य हाईलेवल धोखेबाज  फ्रैंक अबागनेल ने मुफ्त यात्रा के लिए एयरलाइन कर्मचारियों के प्रमाण-पत्रों के साथ जालसाजी की, लेकिन कभी भी कॉकपिट कंट्रोल में बैठने की हिम्मत नहीं की.

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जून में, फ्लोरिडा के एक व्यक्ति को धोखाधड़ी का दोषी ठहराया गया था, क्योंकि उसने छह वर्षों में 100 से अधिक मुफ्त उड़ानें बुक करने के लिए लगभग 30 विभिन्न प्रकार के नकली फ्लाइट अटेंडेंट क्रेडेंशियल्स का उपयोग किया था.

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