भारत में क्रिसमस की तैयारियां देख हैरान ब्रिटिश व्लॉगर, बोलीं– यही है असली सेक्युलर देश

भारतीय मूल की ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर नरिंदर कौर ने दिल्ली के एक होटल में क्रिसमस सेलिब्रेशन का वीडियो शेयर किया, जिसके बाद उन्होंने भारत की सेक्युलर सोच और धार्मिक सहिष्णुता की तुलना ब्रिटेन से की. उन्होंने कहा कि भारत में अल्पसंख्यक समुदाय के त्योहार भी जिस खुलेपन और सम्मान के साथ मनाए जाते हैं, वह उसे खास बनाता है.

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भारत में क्रिसमस की ऐसी रौनक देखकर ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर हैरान हैं (Photo:X/@narindertweets) भारत में क्रिसमस की ऐसी रौनक देखकर ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर हैरान हैं (Photo:X/@narindertweets)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 22 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:55 PM IST

क्रिसमस आने में अभी कुछ ही दिन बाकी हैं, लेकिन इसका जश्न और उत्साह हर तरफ दिखाई देने लगा है. सांता क्लॉज, क्रिसमस ट्री और चमचमाती सजावट ने भारत के बाजारों और होटलों की रौनक बढ़ा दी है. इसी माहौल को देखकर ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर और भारतीय मूल की शख्सियत नरिंदर कौर हैरान रह गईं. उन्होंने भारत और यूनाइटेड किंगडम के सेक्युलर माहौल की तुलना करते हुए एक वीडियो साझा किया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

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इस वीडियो में नरिंदर कौर दिल्ली के एक होटल में लगी विशाल क्रिसमस ट्री और सजी-धजी लॉबी दिखाती नजर आती हैं. उन्होंने लिखा कि भारत की कुल आबादी में ईसाइयों की संख्या महज करीब दो प्रतिशत है, इसके बावजूद यहां क्रिसमस की तैयारियां ऐसे हो रही हैं, जैसे यह बहुसंख्यक समुदाय का त्योहार हो. होटल स्टाफ के सांता हैट पहनने का जिक्र करते हुए उन्होंने इसे सम्मान और समावेशिता की मिसाल बताया.

ब्रिटेन पर उठाया सवाल

इसके बाद नरिंदर कौर ने ब्रिटेन की ओर इशारा करते हुए एक सवाल खड़ा किया. उन्होंने पूछा कि क्या लंदन में दिवाली के दौरान होटल स्टाफ के पगड़ी पहनने या ईद पर टोपी लगाने की कल्पना की जा सकती है? उनका कहना था कि अगर ऐसा हुआ, तो यूनाइटेड किंगडम का राइट विंग बुरी तरह भड़क जाएगा.

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देखें वायरल वीडियो

सोशल मीडिया पर बंटी राय

उन्नीस दिसंबर को सोशल मीडिया मंच एक्स (पहले ट्विटर) पर अपलोड किया गया यह वीडियो अब तक पचास लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इस पर लोगों की प्रतिक्रियाएं बंटी हुई नजर आईं.

एक यूजर ने लिखा कि वह इस बात से सहमत नहीं हैं और यूनाइटेड किंगडम भी उतना ही सहिष्णु है. दूसरे ने कहा कि यह टिप्पणी ब्रिटेन में मौजूद डर और असुरक्षा को दिखाती है. वहीं कुछ लोगों का तर्क था कि पगड़ी एक धार्मिक पहचान है, जबकि सांता हैट कोई धार्मिक प्रतीक नहीं है, इसलिए दोनों की तुलना सही नहीं मानी जा सकती.

वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि भारत में हर त्योहार इसी तरह मनाया जाता है, जैसे वह सबका हो. चाहे दिवाली हो या ईद—भारतीय हर जश्न को पूरे दिल से मनाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.

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