आर्जेंटिना में एक अजीब मामला सामने आया है. वहां एक शख्स अपने अपने अंतिम संस्कार के वक्त घर लौट आया. उसने वहां पहुंच कर अपने परिवार वालों को बताया कि वह जिंदा है. यह देख पहले तो लोग हैरान हुए, फिर खुशी से उसे गले लगा लिया. इसके बाद लोगों ने ताबूत की ओर देखा कि अगर यह जिंदा है तो भी परिवार वाले किसे दफनाने जा रहे थे.
मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, 22 साल के एक युवक की मौत के बाद उसे दफनाने के लिए पूरा परिवार और आस-पड़ोस के लोग जमा हुए थे. तभी अचानक वह शख्स वहां पहुंच गया. उसने कहा कि मैं जिंदा हूं. यह देख वहां उपस्थित भीड़ भी चौंक गई. फिर सवाल उठा कि दि वह यहां था, तो ताबूत के अंदर किसे रखा गया था?
ताबूत में कौन पड़ा था?
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए. इसके बाद पुलिस को इसमें शामिल होना पड़ा. अगर वह व्यक्ति सचमुच ज़िंदा और स्वस्थ था, तो ताबूत में कौन था? यह भ्रम तब शुरू हुआ जब पिछले गुरुवार (18 सितंबर) को एक युवक की गन्ने से भरे ट्रक से कुचलकर मौत हो गई.
परिवार वालों को था आत्महत्या का संदेह
परिवार वालों को आत्महत्या का संदेह था. कोर्ट में अभियोजकों ने मामले को लापरवाही से हुई हत्या का मामला बताया और शव का पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया. अगले दिन एक महिला पुलिस स्टेशन पहुंची और खुद को मृतक की मां होने का दावा किया.
पुलिस ने मां को सौंप दिया था शव
बताया जाता है कि उसने कपड़ों और कुछ शारीरिक विशेषताओं से शव को पहचान लिया था. इसके बाद अधिकारी भी संतुष्ट हो गए और शव को परिवार को सौंप दिया. जब अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी, तब महिला का बेटा वहां पहुंच गया. उसने हैरान भीड़ से कहा कि वह मरा नहीं है. उसे विदाई देने के लिए पहले से ही भावुक शोकसभा में जुटे लोग उसकी अप्रत्याशित वापसी से स्तब्ध थे.
शराब पीने पास के शहर चला गया था युवक
रिपोर्टों के अनुसार, बेटे ने स्वीकार किया कि वह कई दिनों से अर्जेंटीना के कॉर्डोबा के उत्तर में स्थित एल्डेरेट्स में शराब पीने गया था. उसे घर पर क्या हो रहा है, इसकी कोई जानकारी नहीं थी.
उस शख्स को स्थानीय पुलिस स्टेशन ले जाया गया. जहां पुलिस ने उससे पूछताछ की. इस बीच शव को उसकी असली पहचान जानने के लिए वापस मुर्दाघर ले जाया गया. बाद में पता चला कि वह पास के शहर डेल्फ़िन गैलो का 28 साल का एक युवक था. जिसका नाम मैक्सिमिलियानो एनरिक अकोस्टा का था.
मृतक के परिवार वालों को दिखाया गया था दूसरा शव
शव मैक्सिमिलियानो के परिवार को लौटा दिया गया और मंगलवार (23 सितंबर) को उनके गृहनगर में अंतिम संस्कार किया गया. हालांकि, एक और प्रशासनिक चूक हुई. जब मैक्सिमिलियानो के परिवार को बताया गया कि वह मर चुका है, तो कथित तौर पर उन्हें पहले एक अलग शव दिखाया गया.
मामले की चल रही जांच
उसके भाई हर्नान ने गुस्से में कहा कि शुरू से ही सब कुछ गलत था. पहले तो उन्होंने बिना सही पहचान के ही शव सौंप दिया. फिर उन्होंने मुझे दो बार मुर्दाघर भेजा.लोक अभियोजक कार्यालय ने यह पता लगाने के लिए आंतरिक जांच शुरू कर दी है कि ये गलतियां कैसे हुईं.
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