दुनिया उगते सूरज को सलाम करती है, लेकिन इस बात को नजरअंदाज करती है जो तपता-चमकता सूरज दिखता है. रात के काले अंधेरे से गुजर, एक छोटी सी हल्की किरण से फूटता है. दिन निकलता है और धरती को रोशनी देता है.
इंसान के साथ भी यही है. हर कोई कामयाब इंसान की कामयाबी तो देखता है, लेकिन उसका संघर्ष, मुश्किल रास्ते पर कम ही गौर किया जाता है. यानी सामने सिर्फ एक चमकता हुआ सूरज है, पीछे की कहानी और रात को डिस्कस ही नहीं किया जाता है.
सोशल मीडिया पर ऐसी ही एक शख्स की कहानी वायरल हो रही है. नाम है अंकुर वारिकू. सोशल मीडिया पर अक्सर आपने इनको देखा होगा-कभी मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर, कभी स्टार्टअप से जुड़ी कहानियों में. अंकुर वारिकू भारत के एक फेमस इंटरनेट आंत्रप्रेन्योर और देश के शीर्ष कंटेंट क्रिएटर्स में से एक हैं. सोशल मीडिया पर उनके 70 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.
अंकुर वारिकू की हाल ही में वायरल हुई एक पोस्ट ने हजारों लोगों को उनकी करियर की कहानी बताई. साथ ही लोगों को ये भी बताया कि अगर कोई आप पर भरोसा करे, तो आपको खुद पर भी दोगुना यकीन करना चाहिए.
अपनी लिंक्डइन पोस्ट में अंकुर वारिकू ने बताया कि उन्होंने अमेरिका में पीएचडी छोड़ दी थी और 24 साल की उम्र में भारत लौटे थे. उनके पास कोई प्लान नहीं था, ना ही कोई स्पष्ट भविष्य. जरूरत थी तो सिर्फ एक जॉब की.
ऐसा हुआ ग्रोथ
उन्होंने बताया कि मैंने अपना पहला जॉब 24 साल की उम्र में शुरू किया, जिसमें मुझे महीने के सिर्फ 14,746 रुपये मिलते थे. 26 की उम्र में मेरी सालाना सैलरी 12 लाख हो गई और 29 पर 33 रुपये लाख रुपया सालाना है. सोशल मीडिया पर ये ग्रोथ देखकर हर कोई हैरान है. कमेंट में लोग ये भी लिख रहे हैं कि जहां भारत में लाखों लोग सैलरी में एक डिजिट बढ़ाने में उम्र गुजार देते हैं, वहीं ये ग्रोथ अविश्वसनीय है.
अपनी पोस्ट में आगे वो बताते हैं कि ना ही उन्होंने MBA किया. नेटवर्किंग का कोई अनुभव ना होने के बावजूद उन्होंने जॉब की तलाश शुरू की.अखबारों के विज्ञापन देखे, वॉक-इन इंटरव्यू में गए, जान-पहचान के लोगों से कहा. जो भी रास्ता मिला, अपनाया. आखिरकार 45 दिन बाद NIS Sparta में इंटरव्यू हुआ.
इस इंटरव्यू में उन्होंने मुझसे पूछा कि कितनी सैलरी लोगे और उस वक्त मुझे समझ में ही नहीं आया कि क्या बोलूं. 15,000 रुपया इन-हैंड ऑफर किया, जो मेरी सोच से कहीं ज्यादा था.
रास्ता ऐसे बनता गया
जल्द ही उन्हें समझ आया कि मैनेजमेंट डिग्री वाले उनके साथियों की समझ बेहतर थी. तभी उन्होंने ISB के एक साल के MBA कोर्स के बारे में जाना. परिवार ने पहली बार लोन लिया. उन्होंने खुद से पूछा-क्या मैं MBA के बाद 35,000 रुपये की जॉब हासिल कर सकता हूं? जवाब मिला—हां.
MBA के बाद उन्होंने ATKearney में 12 लाख रुपये के पैकेज पर नौकरी पाई. शुरुआत आसान नहीं थी—BCG इंटरव्यू में फेल हुए, ATK में भी दूसरे राउंड में गड़बड़ी हुई, लेकिन किसी ने उन पर भरोसा किया, और उन्होंने उस मौके को हाथ से नहीं जाने दिया.
18 महीनों में वे कंपनी के सबसे तेज प्रमोशन पाने वाले एम्प्लॉयी बन गए. 2009 में जब उन्होंने कंपनी छोड़ी, तब उनकी सैलरी 33 लाख रुपये सालाना थी.
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