मम्मी-पापा से गुस्सा थी बच्ची... भगवान को लिखा खत, अब जवाब भी आया

आठ साल की बच्ची ने मम्मी-पापा से नाराज होकर भगवान को चिट्ठी लिखकर भेज दी. अब 6 महीने बाद वापस जवाब आया है. यह देखकर माता-पिता हैरान रह गए. इस पूरी घटना की जानकारी पैरेंट ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर दी, जो काफी वायरल हो रहा है.

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मम्मी पापा से नाराज होकर बच्ची ने भगवान को लिखा खत (Photo - AI Generated) मम्मी पापा से नाराज होकर बच्ची ने भगवान को लिखा खत (Photo - AI Generated)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 22 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:04 AM IST

इंग्लैंड के समरसेट में 8 साल की एक बच्ची ने अपनी मम्मी-पापा से एक पपी पालने की परमिशन मांगी. इस पर उसके मां-पापा ने मना कर दिया. इस वजह से बच्ची नाराज हो गई. 

न्यूजवीक की रिपोर्ट के मुताबिक,  गुस्सा होकर बच्ची ने भगवान को एक चिट्ठी लिखी. ये कोई बड़ी नहीं थी,लेकिन माता-पिता को हैरानी तब हुई जब 6 महीने बाद डाक से उस चिट्ठी का जवाब भी आ गया. इसमें लिखा था कि वो कुत्ता गोद ले सकती है. भगवान की ओर से आए इस जवाब को पढ़कर बच्ची तो काफी खुश हुई, लेकिन माता-पिता हैरत में पड़ गए कि ये जवाब आखिर भेजा किसने?  

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भगवान को लिखी चिट्ठी का आया जवाब
लड़की की मां, जो अपना नाम न बताना चाहती थीं, ने न्यूजवीक को बताया कि उसे यह समझ नहीं आया कि पत्र किसने लिखा, लेकिन उसे इसके पीछे का रहस्य बहुत पसंद आया और पत्र का जवाब मिलना हमेशा अच्छा लगता है.

बच्ची की लिखी चिट्ठी और उसके रहस्यमय जवाब को बच्ची के माता-पिता ने 13 अक्टूबर को रेडिट पर शेयर कर दिया. इसका कैप्शन था. मेरी बेटी द्वारा भगवान को लिखे गए पत्र का उत्तर किसने दिया? 

बच्ची ने मम्मी-पापा से की थी कुत्ता लेने की जिद 
माता-पिता ने पोस्ट में लिखा - मेरी 8 साल की बेटी कुत्तों की बहुत बड़ी दीवानी है. हमारे पास पहले से ही एक कुत्ता है, लेकिन वह बार-बार रेस्क्यू सेंटर से एक और कुत्ते को घर लाने की मांग कर रही थी. हमने एक और कुत्ता घर लाने से मना कर दिया. इस वजह से वह परेशान और नाराज हो गई. वह गुस्से में अपने बेडरूम में चली गई और एक घंटे बाद एक लिफाफा लेकर बाहर आई.

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मना करने पर भगवान को लिखा पत्र
लड़की ने लिफाफा लेटर बॉक्स में जाकर गिरा दिया.  छह महीने से भी ज़्यादा समय बाद, बच्ची के नाम एक टाइप किया हुआ पत्र आया, जो एक प्रीपेड रॉयल मेल लिफाफे में था. इस पर न तो वापसी का पता था और न ही डाक का निशान. नाम और पता हाथ से लिखा हुआ था.

जवाब मिलने से हैरान रह गए माता-पिता
माता-पिता ने लिखा कि इस चिट्ठी मिलने के करीब एक घंटे तक हम पूरी तरह उलझन में और घबराए थे. फिर हमें एहसास हुआ कि उसने जो पत्र लिखा था, वह भगवान को था, जिसमें उसने पूछा था कि क्या वह उसके कुत्ते को गोद लेने के सपने को पूरा कर सकती है.

जवाब में लिखा था - माफ कीजिए, आपको जवाब लिखने में इतना समय लग गया, ईश्वर कहते हैं कि उन्हें उम्मीद है कि आपको इस बात से कोई आपत्ति नहीं होगी कि कोई और आपको जवाब लिखे जो उन्हें जानता हो... ईश्वर ने मुझे आपको यह बताने के लिए कहा है कि वह हर प्रार्थना सुनते हैं और सही समय पर उनका जवाब देते हैं.

जवाब देखकर खुश हो गई बच्ची
पत्र
में बच्चे के कुत्तों के प्रति प्रेम के बारे में बातें भी लिखी थीं. साथ ही उसे यह सुझाव भी दिया गया था कि वह जानवरों से प्यार करना जारी रखे और आप कुत्ता जरूर गोद ले सकती हैं. लड़की की मां ने कहा कि उन्हें जवाब से आश्चर्य हुआ, लेकिन वे इस प्रयास से प्रभावित भी हुईं.

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यह भी बहुत अच्छा होगा अगर पत्र लिखने वाला व्यक्ति इसे पढ़े और अपने काम की अहमियत समझे. उसने कहा कि टिप्पणियों से मुझे लगता है कि यह किसी दयालु व्यक्ति की ओर से आया होगा जो शायद रॉयल मेल सॉर्टिंग डिपो में काम करता है.

ऐसा प्रतीत होता है कि उत्तरी आयरलैंड में एक विशेष विभाग है जो इस प्रकार के पत्रों से निपटता है और वहां काम करने वाले किसी व्यक्ति ने स्पष्ट रूप से एक बच्चे का दिन बनाने के लिए ऐसा कुछ किया है.

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