पांच सालों में पेट्रोल के दाम 30 रुपये प्रति लीटर हो सकते हैं. नई टेक्नोलॉजी की मदद से दुनिया में पेट्रोल पर निर्भरता घट सकती है. ऐसा अनुमान जताया है जाने-माने अमेरिकन भविष्यवक्ता और सिलिकन वैली के सीरियल एन्टरप्रेन्यर टोनी सेबा ने. आइए विस्तार से जानते हैं कैसे हो सकता है ऐसा...
टोनी सेबा वे शख्स हैं जिन्होंने तब ये घोषणा की थी कि सोलर पावर के रेट घट जाएंगे जब सोलर पावर की कीमत आज से 10 गुनी महंगी हुआ करती थी.
सबा स्टैनफोर्ड कन्टीन्यूइंग स्टडीज प्रोग्राम के एन्टरप्रेन्योरशिप, डिसरप्शन और क्लीन इनर्जी प्रोग्राम के इंस्ट्रक्टर भी हैं.
सबा ने मीडिया को इस लॉजिक के बारे में विस्तार से बताया है. सबा का कहना है कि सेल्फ ड्राइविंग कारें आने से तेल की खपत घटेगी. और तेल के दाम प्रति बैरल 25 डॉलर तक घट जाएंगे.
सबा के मुताबिक, 2021-20 तक तेल की मांग पीक पर रहेगी, इसके बाद खपत घटने लगेगी. अगले 10 सालों में मांग 100 मिलियन बैरल से घटकर 70 मिलियन बैरल हो जाएगी.
सबा का कहना है लोग पुरानी कारें चलाना छोड़ेंगे नहीं, लेकिन सेल्फ ड्राइविंग इलेक्ट्रिक वेहिकल सड़कों पर अधिक हो जाएंगी.
इलेक्ट्रिक वेहिकल सस्ती होंगी और ड्राइविंग में खर्च भी कम आएगी.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ वक्त पहले भारत के उर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि भारत में 2030 तक सभी इलेक्ट्रिक कारें हो जाएंगी.