मध्य प्रदेश के हनीट्रैप कांड में जो तस्वीर उभर रही है, वह और ज्यादा
चौंकाने वाली है. पकड़ी गई महिलाओं के पास से एसआईटी (विशेष जांच दल) के
हाथ एक डायरी लगी है, जिसमें शिकार बनाए गए लोगों से वसूली गई रकम और बकाया
का तो ब्यौरा है ही, साथ ही उपयोग में लाए जाने वाले कोडवर्ड का भी जिक्र
है. 'मेरा प्यार' और 'पंछी' इस गिरोह के प्रमुख कोडवर्ड थे. कई बार कोडवर्ड
'वीआईपी' का भी उपयोग किया गया. (Photo: Honey Trap Accused)
एजेंसी की खबरों के अनुसार, हनीट्रैप मामले में पकड़ी गई पांच महिलाओं में से एक के पास से कई सौ वीडियो क्लिप और तस्वीरें तो मिली ही हैं, साथ ही एक डायरी भी सामने आई है. इस डायरी में बीते कई वर्षो का लेखा-जोखा है. डायरी में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से जुड़े कई नेताओं के नाम स्पष्ट तौर पर हैं और उनसे वसूली गई व बकाया रकम का भी जिक्र है. (Photo: Honey Trap Accused)
वहां कुछ कागजात भी मिले हैं, जो एक महिला की डायरी के पन्ने बताए जा रहे हैं. एजेंसी ने डायरी के इन पन्नों की पुष्टि नहीं की, लेकिन इसमें मध्य प्रदेश में जिम्मेदार पद पर रहे एक नेता का नाम है, जो अब दिल्ली में बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. इसके अलावा कई पूर्व मंत्रियों व पूर्व सांसदों के नाम हैं. (Photo: Honey Trap Accused)
डायरी के ये पन्ने बता रहे हैं कि हनीट्रैप गिरोह कोडवर्ड का इस्तेमाल किया करता था. कोडवर्ड थे- पंछी और मेरा प्यार. इन कोडवर्ड के साथ मुस्कुराते चेहरे और मुहब्बत के तीर वाले दिल का निशान भी बना हुआ है. इसके अलावा किस व्यक्ति से कितनी रकम मिली और कितनी बकाया है, इसका भी सिलसिलेवार ब्यौरा है. इन पन्नों से एक बात और साबित होती है कि एक व्यक्ति को शिकार बनाने में किस-किस की भूमिका रही और वसूली गई रकम में उसकी हिस्सेदारी कितने प्रतिशत की रही. (Photo: Honey Trap Accused)
'पंछी' कोडवर्ड का इस्तेमाल उस व्यक्ति के लिए किया जाता था, जो बड़ा आसामी होता था और जिससे या तो बड़ी रकम ली जा चुकी होती थी या बकाया होती थी. इसके साथ ही गिरोह की सबसे कम उम्र की लड़की के द्वारा जाल में फंसाए गए लोगों के लिए 'मेरा प्यार' कोडवर्ड को उपयोग में लाया जाता था. इसके अलावा कई बड़े नेताओं को 'वीआईपी' कोडवर्ड की श्रेणी में रखा जाता था. (Photo: Honey Trap Accused)
डायरी में एक एनजीओ का भी जिक्र है. यह डायरी भी उसी महिला के पास से मिली है, जिसका पति एनजीओ चलाता है. डायरी की लिखावट उसी महिला की है या किसी और की, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. यह हस्तलिपि विशेषज्ञ या फॉरेंसिक जांच से यह स्पष्ट हो पाएगा. (Photo: Honey Trap Accused)
जानकारी के अनुसार, इन महिलाओं ने लोकसभा चुनाव के दौरान राजनेताओं से संपर्क कर वीडियो क्लिपिंग को 30 करोड़ रुपये में बेचने की कोशिश की थी, उसके बाद से ही कई राजनेता इन वीडियो क्लिपिंग को हासिल करने में लग गए थे. सौदेबाजी करने वाले गिरोहों और नेताओं के बीच हुई बातचीत में यह बात जाहिर हो गई थी कि इस काम में सॉफ्टवेयर इंजीनियरों का दल शामिल है. ये सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैदराबाद और बेंगलुरू के रहने वाले हैं. (Photo: Honey Trap Accused)
लोकसभा चुनाव के बाद से ही राजनेता सॉफ्टवेयर टीम के सदस्यों की तलाश में जुट गए थे और उन्होंने अपनी कोशिशों से सॉफ्टवेयर टीम के सदस्यों तक पहुंच बना ली थी. उसके बाद बड़ी संख्या में वीडियो क्लिपिंग हासिल कर ली थी. (Girl Photo: Honey Trap Accused)
इंदौर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और एसआईटी टीम की सदस्य रुचि वर्धन मिश्र भी यह स्वीकार कर चुकी हैं कि इन महिलाओं ने कई लोगों के साथ अंतरंग वीडियो बनाए थे और उसको लेकर सौदेबाजी भी की थी. पूछताछ में यह भी पता चला है कि आरोपी महिलाएं चश्मे और लिपिस्टिक की डिब्बी में कैमरा लगाकर सारे घटनाक्रम को रिकार्ड कर लेती थीं और बाद में उसे अपने सॉफ्टवेयर टीम के पास भेज देती थीं. (Photo: Honey Trap Accused)
पकड़ी गईं महिलाओं के मोबाइल, लैपटॉप और पेनड्राइव से बड़ी संख्या में वीडियो क्लिपिंग मिली हैं. क्लिपिंग की चार हजार से ज्यादा फाइलें हाथ लगी हैं और कुछ तस्वीरें व ऑडियो-क्लिप भी बरामद हुए हैं. गिरोह की महिलाएं अपने जाल में फंसाए गए व्यक्ति की गुप्त तरीके से वीडियो-क्लिप बनाती थीं. (Photo: Honey Trap Accused)
मध्यप्रदेश के हनीट्रैप कांड के खुलासे से पहले ही नेताओं ने गिरोह के लिए काम करने वाली सॉफ्टवेयर टीम के सदस्यों से वीडियो क्लिपिंग हासिल कर ली थी. राजनेताओं, अफसरों, ठेकेदारों व कारोबारियों को अपने जाल में फंसाने वाली पांच महिलाओं को इंदौर की पुलिस और एटीएस ने साझा कोशिश करके गिरफ्तार किया था. उनकी गिरफ्तारी नगर निगम के एक इंजीनियर हरभजन सिंह द्वारा ब्लैकमेलिंग की शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद हुई थी. इन गिरफ्तारियों के बाद एक एसआईटी का गठन किया गया. एसआईटी इन महिलाओं के पास से कई सनसनीखेज दस्तावेज और वीडियो बरामद करने में सफल हुई.