कॉल आने पर नहीं चलेगा कॉलर का पता, Telecom Bill में कंपनियों को मिली बड़ी राहत

Caller ID in Telecom bill: टेलीकॉम बिल 2023 में तमाम कंपनियों को बड़ी राहत दी गई है. जहां इसके ड्राफ्ट में कॉलर आईडी डिस्प्ले को अनिवार्य किया गया था. अब उसे बिल से हटा लिया गया है. यानी टेलीकॉम कंपनियों को ये सर्विस नहीं देनी होगी. इसके तहत कंपनियों को किसी कॉल के आने पर नंबर के साथ उसका नाम (रजिस्ट्रेशन वाला) भी दिखाना होता.

Advertisement
टेलीकॉम कंपनियों के साथ Truecaller को भी मिली राहत. टेलीकॉम कंपनियों के साथ Truecaller को भी मिली राहत.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 29 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 8:02 PM IST

सरकार ने नए टेलीकम्युनिकेशन बिल में तमाम टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स को राहत दी है. दरअसल, इस साल की शुरुआत में ट्राई ने नए टेलीकॉम बिल में CNAP (कॉलर नेम प्रजेंटेशन) की अनिवार्य करने का प्रपोजल दिया था. ये क्लॉज टेलीकॉम बिल के ड्राफ्ट में भी मौजूद था, जिसे फाइनल वर्जन में हटा लिया गया है. 

नया टेलीकॉम बिल पास हो चुका है. इस बिल से CNAP को अनिवार्य करने वाले पॉइंट को हटा लिया गया है. इस फीचर की वजह से यूजर को किसी कॉल के आने पर नंबर के साथ ही कॉलर का नाम भी दिखता. दरअसल, कंपनियों को नंबर के रजिस्टर नाम को शो करना था. 

Advertisement

टेलीकॉम कंपनियों ने किया था विरोध

हालांकि, इस सर्विस का टेलीकॉम कंपनियों ने शुरू से विरोध किया था. रिपोर्ट्स की मानें तो टेलीकॉम बिल से इस फीचर को प्राइवेसी की दिक्कतों और डेटा ब्रीच के रिस्क को ध्यान में रखते हुए हटाया गया है. टेलीकॉम कंपनियों के लिए ये कदम राहत देने वाला है. क्योंकि इसकी वजह से कंपनियों पर इंफ्रास्ट्रक्चर कॉस्ट का बोझ बढ़ता. 

ये भी पढ़ें- जब रोबोट बना इंसान का दुश्मन... Tesla फैक्ट्री में इंजीनियर पर हमले की दहला देने वाली आई डिटेल

इसके अलावा CNAP फीचर को लागू करने का मतलब है कि कॉल फ्लो में बदलाव करना पड़ता. इसके लिए लंबी कॉल सेटअप करनी पड़ती, जिसका प्रभाव सीधा क्वालिटी पर पड़ता. जहां TRAI इस फीचर को अनिवार्य करने का सुझाव दे रहा था. वहीं डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन इसे प्राइवसी कारणों से लागू नहीं करना चाहता था. 

Advertisement

Truecaller को भी होगा फायदा

इस कदम का फायदा सिर्फ टेलीकॉम कंपनियों को ही नहीं होगा, बल्कि Truecaller जैसे ऐप्स को भी इसका फायदा होगा. अगर CNAP सर्विस लागू हो जाती तो Truecaller जैसे ऐप्स की किसी को जरूरत ही नहीं पड़ती. कॉलर ID के लिए ट्रूकॉलर का इस्तेमाल बड़ी संख्या में लोग करते हैं. ये ऐप काफी ज्यादा पॉपुलर है.

ये भी पढ़ें- AC की तरह दीवार पर टंग जाएगा ये Room Heater, 6 हजार रुपये है कीमत 

हालांकि, ये ऐप उस तरह से काम नहीं करता है, जिस तरह से CNAP को करना था. जहां CNAP में आपको सिम खरीदते वक्त रजिस्टर नाम दिखता. वहीं ट्रूकॉलर यूजर के डेटा पर काम करता है. यानी किसी का नाम ट्रूकॉलर के डेटा बेस में किस नाम से सेव है या फिर किसी कॉन्टैक्ट ने उस नंबर को किस नाम से सेव किया है. ऐप उस नाम को दिखाता है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement