UNESC Session 2020: UN में बोले PM मोदी- कोरोना पर भारत का रिकवरी रेट सबसे बेहतर

पीएम मोदी का संबोधन संयुक्त राष्ट्र की 75वीं सालगिरह की पूर्व संध्‍या पर न्‍यूयॉर्क में आयोजित एक कार्यक्रम में हुआ. सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बनने के बाद पीएम मोदी का यह पहला संबोधन था.

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UN Economic and Social Council में शामिल हुए पीएम मोदी (फाइल फोटो) UN Economic and Social Council में शामिल हुए पीएम मोदी (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 9:14 PM IST

  • UN की 75वीं सालगिरह पर हुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण
  • सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बनने के बाद था पहला संबोधन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को संबोधित किया. पीएम मोदी का यह संबोधन संयुक्त राष्ट्र की 75वीं सालगिरह की पूर्व संध्‍या पर न्‍यूयॉर्क में आयोजित एक कार्यक्रम में हुआ. यूएन (सुरक्षा परिषद) का अस्थायी सदस्य बनने के बाद पीएम मोदी का यह पहला संबोधन था. प्रधानमंत्री मोदी का ये संबोधन वर्चुअल ही हुआ.

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संयुक्त राष्ट्र के अपने वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि सबको भोजन के लिए हम खाद्य सुरक्षा लेकर आए. हमारे खाद्य सुरक्षा योजना से देश के 830 मिलियन नागरिकों को लाभ मिला है. पीएम आवास योजना के जरिए 2022 तक हर भारतीय के सिर के ऊपर अपनी क्षत होगी जब भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा होगा.

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद दुनिया बदल गई है. भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. हम अपनी महिलाओं को सशक्त बनाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. पिछले 6 साल में हमने डायरेक्ट बिनिफिशियल प्रोग्राम के लिए 40 करोड़ बैंक खाते खोले हैं. जरूरतमंद लोगों के खाते में सीधे पैसे पहुंचाए.

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पीएम मोदी ने कहा, "हम एजेंडा 2030 को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं. हम विकासशील देशों की मदद कर रहे हैं. हमारा उद्देश्य सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है."

पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने गरीबों के लिए घर बनाए. हमने गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान योजना चलाई. आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ योजना है. भारत विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है. विकास के रास्ते पर बढ़ते हुए हम प्रकृति के लिए भी सोच रहे हैं. पांच साल में हमने 38 मिलियन कार्बन उत्सर्जन कम किया. सिंगल यूज प्लास्टिक बैन का अभियान चलाया.

कोरोना वायरस पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी प्राकृतिक आपदाओं से लड़े. भारत ने आपदाओं का मुकाबला तेजी और मजबूती से किया. हमने सार्क कोविड इमरजेंसी फंड बनाया. कोरोना से लड़ाई को हमने जन आंदोलन बनाया. कोरोना पर भारत का रिकवरी रेट दुनिया में सबसे बेहतर है. हमने जनता को कोरोना के खिलाफ लड़ाई से जोड़ा. चुनौतियों से हमें मिल-जुल कर लड़ना होगा. अर्थव्यवस्था को वापस ट्रैक पर लाने के लिए पैकेज लाए. हमने आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया.

अपने संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने यह बात भी दोहराई कि भारत संयुक्त राष्ट्र के उद्देश्यों में पूरे समर्थन के साथ अपना सहयोग जारी रखेगा.

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पीएम मोदी ने इससे पहले पिछले साल सितंबर में संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा को संबोधित किया था. प्रधानमंत्री ने तब अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की थी.

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प्रधानमंत्री मोदी पिछले साल संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित कर चुके हैं. पीएम मोदी ने सितंबर 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में महात्मा गांधी, स्वच्छता, आतंकवाद जैसे मुद्दों का जिक्र किया था.

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उस समय अपने संबोधन में महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि मेरे लिए गौरव का अवसर है कि यूएन के 74वें सत्र को 130 करोड़ भारतीयों की तरफ से संबोधित कर रहा हूं. यह अवसर इसलिए भी विशेष है, क्योंकि इस साल पूरा विश्व महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है. महात्मा गांधी का सत्य और अहिंसा का संदेश आज भी दुनिया के लिए प्रासंगिक है.

क्या है संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र एक ऐसा अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तरराष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्यरत है. बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर, 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकार पत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई थी.

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