महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना की जोड़ी ने एक बार फिर सत्ता में वापसी की है. लेकिन दोनों ही पार्टियों ने पिछली बार से कम सीटें हासिल की हैं. चुनाव के बाद दोनों पार्टियों में ’50-50’ फॉर्मूले को लेकर मंथन चल रहा है और इसी के बीच शिवसेना के संजय राउत ने शुक्रवार सुबह एक कार्टून शेयर किया है. जिसमें टाइगर के हाथ में कमल का फूल दिखाया गया है. खास बात ये भी है कि इस टाइगर के गले में एक घड़ी है.
संजय राउत ने ट्विटर पर साझा किए इस कार्टून पर कैप्शन लिखा है, ‘शानदार व्यंग्य वाला चित्र, बुरा न मानो दिवाली है’.
क्या कहता है संजय राउत का कार्टून?
दरअसल, शिवसेना खुद को बतौर शेर के तौर पर प्रोजेक्ट करती है और उसने गले में जो घड़ी टांगी है वह NCP का चुनाव चिन्ह है. और कमल तो भाजपा का चिन्ह है ही. यानी इस कार्टून के जरिए शिवसेना सीधा संदेश देना चाहती है कि शिवसेना के पास राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) का समर्थन है और उसके हाथ में कमल का फूल है. यानी अगर बीजेपी से बात ना बनी तो NCP का साथ भी उनके पास है.
क्या मुमकिन है?
महाराष्ट्र में कुल 288 सीटें हैं और बहुमत के लिए 145 का आंकड़ा चाहिए. अभी बीजेपी और शिवसेना के पास बहुमत है, लेकिन अगर शिवसेना और एनसीपी भी साथ आई तो क्या कुछ संभावनाएं हैं?
बहुमत के लिए – 145
शिवसेना+BJP: 105+56= 161
शिवसेना+ NCP: 56+54= 110
बीजेपी+ NCP: 105+54= 159
कांग्रेस+NCP: 44+54= 98
कांग्रेस+NCP+शिवसेना: 44+54+56 = 154
आपको बता दें कि शिवसेना ने चुनाव नतीजों के बाद भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी के साथ 50-50 फॉर्मूले पर आगे बढ़ेंगे. साथ ही उन्होंने कहा था कि अभी भी बड़ा सवाल होगा कि आखिर सीएम कौन बनेगा?
प्रेस कॉन्फ्रेंस के अलावा शिवसेना ने सामना मुखपत्र में भी लेख के जरिए निशाना साधा है. सामना में लिखा गया है कि जो नतीजे आए हैं, वह महाजनादेश नहीं है. दरअसल, देवेंद्र फडणवीस की यात्रा का नाम भी महाजनादेश यात्रा था. लेकिन नतीजे बिल्कुल भी वैसे नहीं आए, जो बीजेपी का दावा था.
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