भारतीय रेल में दिव्यांगों के लिए अब खास सुविधा होगी ताकि उन्हें सफर के दौरान कोई परेशानी नहीं हो. अब एक्सप्रेस और मेल ट्रेन के 3AC कोच में दिव्यांग जन के लिए लोवर बर्थ आरक्षित होंगे.
अब तक स्लीपर क्लास और जनरल डिब्बे में दिव्यांगों के लिए सीटें सुरक्षित रखी जाती थी. लेकिन इस सुविधा को पहली दफा ऐसी थर्ड क्लास के लिए भी विस्तारित किया गया है. रेलवे बोर्ड के एक उच्च अधिकारी के मुताबिक 3 एसी कोच में दिव्यांगों को निचली सीटें मुहैया कराने के लिए सॉफ्टवेयर में जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं और अगले दो-तीन दिनों में इसको लागू कर दिया जाएगा.
दरअसल रेल सफर के दौरान दिव्यांग यात्रियों के साथ सीट अलॉटमेंट को लेकर समस्याएं आती थीं. कई बार दिव्यांग को मिडिल या फिर अपर बर्थ अलॉट कर दिया जाता था, जिससे यात्री को सीट तक पहुंचने में दिक्कतें होती थीं.
गौरतलब है कि पिछले महीने ही नागपुर से दिल्ली की रेल यात्रा करने वाली पैरा-एथलीट सुवर्णा राज ने दावा किया था कि उन्हें अपर बर्थ अलॉट होने की वजह से अपनी पूरी रात फर्श पर सोकर बितानी पड़ी, जिसके बाद सुवर्णा ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मिलने की इच्छा जताई थी.
सुवर्णा का कहना था कि वो रेल मंत्री से मिलकर रेल यात्रा के दौरान दिव्यांगों को आने वाली परेशानियों का जिक्र करना चाहती हैं. अंतरराष्ट्रीय पैरा ओलंपिक में मेडल विजेता सुवर्णा ने पूरी घटना का जिक्र ट्विटर पर किया था.
इस घटना के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को दिव्यांग यात्रियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा करने का निर्देश दिया था और यह कहा था कि वह सुनिश्चित करें कि कैसे दिव्यांग सहूलियत के साथ यात्रा कर पाएं.
इसके अलावा नए डिब्बों में दिव्यांग फ्रेंडली टॉयलेट बनाए जाने का भी फैसला लिया गया है नए डिब्बों में एक दरवाजा ऐसा भी रखे जाने की बात कही जा रही है जिससे व्हीलचेयर को अंदर ले जाया जा सके. साथ ही प्लेटफार्म पर ऐसे ऑटोमेटिक सिस्टम लगाए जाने की व्यवस्था की जाएगी जिससे दिव्यांग आसानी से ट्रेन पर चढ़ सके. दृष्टिहीन लोगों के लिए सभी नए डिब्बों में ब्रेल लिपि में साइनेज लगाने की भी बात कही गई है.
इससे पहले रेलवे ने दिव्यांग जन के लिए अलग से IRCTC के ऑनलाइन टिकिट बुकिंग सेवा में सीट की उपलब्धता की सुविधा दी थी. जिसमें दिव्यांग जन अब अपनी और सहयात्री की टिकिट बुकिंग ऑनलाइन करा पा रहे हैं.
अमित कुमार दुबे / सिद्धार्थ तिवारी