फैक्ट चेक: गरम पानी और नमक के गरारे से नहीं ठीक होता कोरोना वायरस

एक तरफ दुनिया भर में कोरोना वायरस का कहर जारी है और दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर तमाम ऐसे दावे किए जा रहे हैं जिसमें अप्रमाणित घरेलू ​नुस्खे और दवाइयों को कोरोना वायरस का इलाज बताया जा रहा है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
गरम पानी में नमक या सिरका मिलाकर गरारा करने से कोरोना वायरस का इलाज किया जा सकता है.
सच्चाई
अभी तक कोई ऐसा रिसर्च या प्रमाण नहीं है जो इस दावे की पुष्टि करता हो.

अर्जुन डियोडिया

  • नई दिल्ली,
  • 18 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 5:59 PM IST

एक तरफ दुनिया भर में कोरोना वायरस का कहर जारी है और दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर तमाम ऐसे दावे किए जा रहे हैं जिसमें अप्रमाणित घरेलू ​नुस्खे और दवाइयों को कोरोना वायरस का इलाज बताया जा रहा है. इसी तरह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें कहा जा रहा है कि खूब पानी पीने और गरम पानी में नमक या सिरका मिलाकर गरारा करके कोरोना वायरस के असर को खत्म किया जा सकता है.

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सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर

वायरल तस्वीर में अंग्रेजी में बड़े अक्षरों में कैप्शन लिखा है, जिसका हिंदी अनुवाद होगा, "कोरोना वायरस फेफड़ों में पहुंचने से पहले गले में चार दिन तक ठहरता है और इसी दौरान व्यक्ति को कफ और गला दर्द की समस्या होती है. अगर वह खूब ज्यादा पानी पीता है और गरम पानी में नमक या सिरका मिलाकर गरारा करता है तो इस वायरस को खत्म किया जा सकता है. इस सूचना को फैलाएं क्योंकि इस सूचना से आप किसी की जान बचा सकते हैं."

अब तक ऐसा कोई अध्ययन सामने नहीं आया है कि बहुत सारा पानी पीने या गर्म पानी और नमक से गरारा करने से कोरोना वायरस का संक्रमण ठीक किया जा सकता है. हालांकि, यह सही है कि नमक मिलाकर गरम पानी का उपयोग किया जाता है. यह गले में खराश और कफ को ठीक करने के लिए एक तरह का घरेलू उपचार है, लेकिन अब तक, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यह खतरनाक कोरोनो वायरस को भी नष्ट कर सकता है.

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फैक्ट चेक वेबसाइट "Snopes" की एक रिपोर्ट भी कहती है कि अभी तक ऐसा कोई प्रमाण सामने नहीं आया है कि कोरोनावायरस चार दिन तक गले में रहता है, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया गया है. तमाम यूजर्स ने फेसबुक और ट्विटर यह पोस्ट शेयर की है. यह पोस्ट व्हाट्सएप पर भी शेयर की जा रही है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और विशेषज्ञों के मुताबिक, फिलहाल COVID-19 या कोरोना वायरस को नियंत्रित करने की कोई दवा या वैक्सीन नहीं खोजी जा सकी है. हालांकि, "CNN" की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस वैक्सीन के परीक्षण के सिलसिले में पहली बार एक प्रतिभागी को एक खुराक दी गई है. इजरायल का इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च भी इसकी वैक्सीन विकसित करने के लिए काम कर रहा है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि WHO ने भी इसी तरह के एक दावे को खारिज किया है कि नमक वाले पानी से नाक साफ करके कोरोना वायरस का संक्रमण रोका जा सकता है. WHO के अनुसार, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि नियमित रूप से खारे पानी से नाक साफ करने से लोगों को संक्रमण से बचाया जा सकता है.

अब तक WHO और अन्य विशेषज्ञों की ओर से कोरोना वायरस से बचाव के कुछ उपाय जारी किए किए गए हैं. ये निम्नलिखित हैं:

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1) बार-बार हाथ धोएं.

2) लोगों से दूरी बनाकर रहें.

3) अपनी आंख, नाक और मुंह को बार-बार न छुएं.

4) सांस संबंधी स्वच्छता का अभ्यास करें.

5) अगर आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई हो, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें.

6) जागरूक रहें और अपने डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह का पालन करें

प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने भी इस अफवाह का खंडन किया है कि गरम पानी में नमक या सिरका मिलाकर गरारा करके कोरोनावायरस का इलाज हो सकता है.

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