श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर और अंपायर कुमार धर्मसेना एक बार अपनी खराब अंपायरिंग को लेकर चर्चा में हैं. लॉर्ड्स में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में अंपायरिंग कर रहे धर्मसेना अपने फैसलों के लिए इस समय सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं. न्यूजीलैंड की अब तक की पारी में कुमार धर्मसेना के तीन फैसलों को DRS के बाद थर्ड अंपायर ने बदला है.
मैच के सातवें ओवर में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स की गेंद न्यूजीलैंड के ओपनर मार्टिन गप्टिल के पैड पर लगी. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने अपील की. इंग्लैंड की अपील के बाद धर्मसेना ने सीधे गप्टिल को आउट करार दिया. गप्टिल ने इसके बाद अपने साथी ओपनर हेनरी निकोल्स से बात की और DRS लेने का फैसला लिया. रिप्ले में दिखा कि गेंद स्टंप को मिस कर रही थी. इसके बाद धर्मसेना को अपना फैसला बदलना पड़ा.
धर्मसेना के गलत फैसलों का सिलसिला यहीं नहीं थमा. उनके एक और फैसले को थर्ड अंपायर ने बदला. न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो लियाम प्लंकेट की एक गेंद बल्ले को छूते हुए विकेटकीपर जॉस बटलर के दस्ताने में समा गई. अंपायर धर्मसेना को इस दौरान किसी भी तरह की आवाज सुनाई नहीं दी और उन्होंने नॉट आउट करार दिया. लेकिन इंग्लैंड के कप्तान इयोन मॉर्गन को विश्वास था कि गेंद बल्ले से लगी है.
मॉर्गन ने DRS लिया. रिप्ले में देखा गया कि गेंद बल्ले से लगी थी. इस तरह धर्मसेना का एक और फैसला गलत साबित हुआ. इसके बाद तो मानों धर्मसेना जैसे सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए.
धर्मसेना इससे पहले इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच सेमीफाइनल मुकाबले में भी अपने खराब फैसलों के कारण चर्चा में आए थे. उन्होंने इंग्लैंड के ओपनर जेसन रॉय को आउट करार दिया था, लेकिन रिप्ले में देखा गया था कि गेंद और बल्ले में बड़ा गैप था. रॉय इसके बाद धर्मसेना पर भड़क भी गए थे और फैसले पर नाखुशी जताई थी, हालांकि बाद में रॉय पर आईसीसी ने जुर्माना लगाया.
फाइनल में मैदान पर उतरने वाले इकलौते विश्व चैम्पियन हैं धर्मसेना
कुमार धर्मसेना लॉर्ड्स में हो रहे फाइनल मुकाबले में मैदान में उतरने वाले इकलौते विश्व चैम्पियन हैं. मैच में अंपायरिंग कर रहे धर्मसेना 1996 में विश्व कप जीतने वाली श्रीलंका टीम का हिस्सा थे. इंग्लैंड और न्यूजीलैंड टीम के किसी खिलाड़ी ने अब तक विश्व कप नहीं जीता है.
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