पाकिस्तान के अलीम डार का शुमार क्रिकेट की दुनिया के बेस्ट अंपायर्स में होता है. डार के नाम सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैचों में अंपायरिंग का रिकॉर्ड दर्ज है. अलीम डार ने 2000 से 2023 के बीच अपने करियर में 145 टेस्ट, 231 वनडे और 72 टी20 इंटरनेशनल में अंपायरिंग की. डार के फैसलों को चुनौती देने से पहले खिलाड़ियों को भी कई बार सोचना पड़ता था. अब अलीम डार ने अपने जीवन का सबसे दुखद पल साझा किया है.
डार ने किया दर्दनाक खुलासा
अलीम डार ने बताया कि साल 2003 में उनके इंटरनेशनल करियर के शुरुआती दौर में उनकी पत्नी और परिवार के सदस्यों ने 7 महीने की बेटी की मौत की खबर उनसे छिपाई. डार ने एक पाकिस्तानी चैनल पर बताया कि 2003 विश्व कप में जब वह अंपायरिंग कर रहे थे तब उनकी पत्नी और परिवार ने उन्हें उनकी नवजात बेटी की मौत के बारे में नहीं बताया था.
56 साल के डार ने शो में कहा, 'यह आईसीसी पैनल अंपायर के रूप में मेरे करियर की शुरुआत थी और यह मेरे करियर के लिए बहुत महत्वपूर्ण टूर्नामेंट था. उन्हें पता था कि अगर मुझे अपनी बेटी की मौत के बारे में पता चला तो मैं तुरंत घर लौट आऊंगा.' इस बेहद सम्मानित पाकिस्तानी अंपायर ने कहा कि आखिरकार जब उन्हें अपनी बेटी की मौत के बारे में पता चला तो यह उनके जीवन का सबसे दुखद क्षण था और उन्हें बहुत दुख हुआ.
मुझे अंधेरे में रखा गया: डार
अलीम डार ने कहा, 'उसकी मौत के बाद मुझे लगभग एक महीने तक अंधेरे में रखा गया. और मुझे जोहानिसबर्ग में संयोग से इसके बारे में पता चला जहां मेरे गृहनगर सियालकोट से ताल्लुक रखने वाला एक पाकिस्तानी व्यक्ति मुझे अपनी संवेदना व्यक्त करने आया. उस समय मुझे बहुत बड़ा झटका लगा और मैंने तुरंत आईसीसी को सूचित किया और घर लौट आया.'
अलीम डार ने कहा कि जैसे ही उन्हें अपनी बेटी के बारे में पता चला तो उन्होंने अपनी पत्नी को फोन किया और वह फोन पर रोने लगीं. मुझे बाद में पता चला कि मेरे पिता ने मीडिया के दोस्तों से सख्ती से कहा था कि वे इस खबर को नहीं छापें.'
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