इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने संकेत दिए हैं कि वह भारत के खिलाफ ओवल में होने वाले पांचवें और अंतिम टेस्ट में खेल सकते हैं, भले ही वह चोटिल हों. उन्होंने कहा, "दर्द सिर्फ एक भावना है", हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इंग्लैंड के थके हुए गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव की जरूरत हो सकती है.
चौथा टेस्ट मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में ड्रॉ रहा, जहां शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर के शानदार शतकों ने भारत को अंतिम दिन दबदबा बनाने में मदद की. अंतिम घंटे में ड्रामा उस समय देखने को मिला जब इंग्लैंड ने मैच खत्म करने की पेशकश की, जिसे भारतीय टीम ने ठुकरा दिया और खेल जारी रखा.
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स्टोक्स ने बताया कि वह दाहिने हाथ की बाइसेप्स टेंडन की चोट से जूझ रहे हैं, लेकिन उन्होंने मैदान में 11 ओवर की गेंदबाजी की. उन्होंने कहा, “पांचवां टेस्ट न खेलना बहुत ही असंभव है. मैं हमेशा टीम के लिए हर संभव प्रयास करता हूं. अगर दीवार से टकराना पड़े, तो भी मैं कोशिश करूंगा.'' उन्होंने आगे कहा कि गेंदबाजी और फील्डिंग आसान नहीं रही. मैं शारीरिक रूप से थका हुआ महसूस कर रहा हूं लेकिन खेलता रहूंगा. मैं अपने सभी गेंदबाजों से कहता हूं कि ‘दर्द सिर्फ एक भावना है.’
स्टोक्स इस सीरीज में अब तक सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं. उन्होंने अबतक 17 विकेट लिए हैं. मैनचेस्टर टेस्ट में उन्होंने आठ साल बाद पांच विकेट लिए और इंग्लैंड की 669 रनों की बड़ी पारी में शतक भी जड़ा.
उन्होंने यह भी बताया कि वे आखिरी मैच के लिए अंतिम एकादश तय करने में थोड़ा और समय लेंगे ताकि खिलाड़ियों को पूरी तरह से फिट होने का मौका मिल सके.
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