PBKS vs CSK IPL 2025 Match Analysis: 5 बार की IPL चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स ने इस सीजन में अपने पिछले 4 मैच लगातार हारे हैं. 23 मार्च को जब चेन्नई ने मुंबई को अपनी होम वेन्यू पर हराया तो लगा कि इस बार कुछ अलग ही तरह से खेलेगी.
लेकिन उसके बाद तो चेन्नई की टीम पर ऐसा ब्रेक लगा है कि उसने चार मैच गंवा दिए. पंजाब किंग्स के खिलाफ 8 अप्रैल को हुए मुकाबले में भी चेन्नई की टीम को 18 रनों से हार मिली. इस हार के बाद अब यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इस टीम को अचानक ऐसा क्या हो गया है कि वह ठीक-ठाक शुरुआत के बाद भी चूक जा रही है.
28 मार्च को RCB (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु) के खिलाफ मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी नंबर 9 पर खेलने आए तो फैन्स ने उनको ट्रोल करना शुरू कर दिया. उसके बाद हुए मुकाबलों में धोनी ऊपरी क्रम पर भी खेलने आए. इसी बीच स्टीफन फ्लेमिंग का भी बयान आया जहां कहा गया कि धोनी के घुटनों की स्थिति पहले जैसी नहीं रही है, इस वजह से वह लास्ट ओवर्स में खुद चयन करते हैं.
लेकिन इन सबके बीच एक बड़ा सवाल यह भी है कि क्या 43 साल के धोनी पर ही चेन्नई सुपर किंग्स पूरी तरह से निर्भर है. क्योंकि शुरुआती 5 मैचों के जब हमने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों के आंकड़े देखे तो कई चीजें चौंकाने वाली नजर आईं. पंजाब के खिलाफ धोनी ने 12 गेंदों पर 27 रन बनाए.
विकेटटेकर गेंदबाज नहीं चल रहे
चेन्नई सुपर किंग्स की गेंदबाजी यूनिट की बात की जाए तो केवल नूर अहमद और खलील अहमद शानदार रहे हैं. नूर अहमद ने 5 मैचों में 11 विकेट लिए हैं, इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट 8.33 और एवरेज 13.63 रहा है. वहीं खलील अहमद ने 4 मैचों में 10 विकेट लिए हैं.
वहीं बेबी मलिंगा के नाम से फेमस मथीशा पथिराना 4 मैचों में महज 5 विकेट झटक पाए हैं. वहीं रविचंद्रन अश्विन भी 5 मैचों में महज 5 विकेट ले सके हैं. जडेजा ने 5 मुकाबलों में केवल 2 विकेट लिए हैं. यानी एक बात साफ है कि पथिराना, अश्विन और जडेजा जैसे गेंदबाज उस लेवल पर विकेट नहीं ले पाए हैं, जिस तरह का उनका कैलिबर माना जाता है.
CSK की बल्लेबाजी भी चिंताजनक
आईपीएल के पांच मैचों के बाद CSK के बल्लेबाजी भी चिंताजनक है. खास बात यह है कि अब तक हुए ( 8 अप्रैल तक) आईपीएल 2025 के कुल 22 मैचों के बाद चेन्नई का कोई भी बल्लेबाज रन बनाने के मामले में टॉप 10 में नहीं हैं.
नंबर 15 पर रचिन रवींद्र हैं, जिन्होंने 5 मैचों में 36 प्लस के औसत से 145 रन बनाए हैं, रचिन ने मुंबई के खिलाफ मुकाबले में 63 रनों की पारी खेली थी. कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने इतने ही मुकाबलों में 24.4 के एवरेस से 122 रन 63 के हाइएस्ट स्कोर के साथ बनाए हैं.
हार्ड हिटर शिवम दुबे ने 5 मैचों में 21 प्लस के औसत से 122 रन बनाए हैं. वह ज्यादातर मैच इम्पैक्ट प्लेयर बनकर खेले हैं, पर वह भी कोई मैच चेन्नई के लिए फिनिश नहीं कर सके हैं. वहीं महेंद्र सिंह धोनी ने 5 मैचों में 51 के एवरेज से 103 रन बनाए हैं. इसके अलावा रवींद्र जडेजा ने 5 मैचों में 85 रन 28.33 के औसत से बनाए हैं.
पंजाब के खिलाफ चेन्नई ने खूब कैच टपकाए
पंजाब के खिलाफ हुए मुकाबले में चेन्नई के हारने की सबसे बड़ी वजह उनका कैच टपकाना रहा. खलील अहमद ने प्रियांश आर्या का कैच मैच की दूसरी गेंद पर तब छोड़ा जब वह महज 6 रन पर थे. आर्या ने पहली ही गेंद पर छक्का लगाया था. फिर खलील ने मार्कस स्टोइनिस का कैच पांचवें ओवर में छोड़ा. इसी ओवर की पांचवीं गेंद पर पर विजय शंकर ने प्रियांश आर्या का एक और कैच छोड़ा.
12वें ओवर में अश्विन के 20 रन आए, इस ओवर की दूसरी गेंद पर मुकेश चौधरी ने प्रियांश का कैच तो पकड़ा लेकिन गेंद बाउंड्री को टच कर गई. इसी तरह 17वें ओवर में भी शशांक सिंह का कैच नूर अहमद के ओवर में रचिन रवींद्र ने छोड़ दिया. कुल मिलाकर प्रियांश के कैच छूटे तो उनको इसका फायदा मिला और उन्होंने बतौर अनकैप्ड खिलाड़ी सबसे तेज आईपीएल का शतक (39 गेंद) पर जड़ दिया, यह आईपीएल का सबसे तेज चौथा संयुक्त शतक रहा.
वहीं शशांक सिंह ने भी 32 गेंदों पर 56 रनों की बेजोड़ पारी खेली. इस तरह पंजाब ने 219-6 का स्कोर खड़ा किया और चेन्नई की टीम 201-5 रन निर्धारित 20 ओवर्स में बना सकी. वैसे इस मुकाबले में फील्डिंग पंजाब की भी खराब रही, यश ठाकुर ने 2 तो चहल और लॉकी फर्ग्युसन ने भी एक कैच टपकाया.
Krishan Kumar