खेल रत्न जीतने वाली पहली महिला पैरा-एथलीट बनीं दीपा मलिक, ऐसा रहा संघर्ष

दीपा मलिक खेल रत्न हासिल करने वाली पहली महिला पैरा-एथलीट बन गई हैं. भारतीय सरकार ने शनिवार को दीपा को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड देने का फैसला किया है.

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Deepa Malik Deepa Malik

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 18 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 12:49 PM IST

दीपा मलिक खेल रत्न हासिल करने वाली पहली महिला पैरा-एथलीट बन गई हैं. भारतीय सरकार ने शनिवार को दीपा को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड देने का फैसला किया है. इसी के साथ दीपा इस अवॉर्ड को हासिल करने वाली दूसरी पैरा-एथलीट बन गई हैं.

दीपा ने रियो पैरालम्पिक-2016 में शॉट पुट (गोलाफेंक) में रजत पदक हासिल किया था. इसके अलावा वह एशियाई खेलों में भालाफेंक और शॉटपुट में कांस्य जीत चुकी हैं. दीपा सर्वोच्च खेल सम्मान पाने वाली देश की दूसरी पैरा एथलीट हैं. इससे पहले भाला फेंक एथलीट देवेंद झाझरिया को 2017 में इस सम्मान से नवाजा गया था.

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ट्यूमर की वजह से 31 ऑपरेशन

दीपा के कमर से नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त है. वह सेना के अधिकारी की पत्नी और दो बच्चों की मां हैं. 17 साल पहले रीढ़ में ट्यूमर के कारण उनका चलना असंभव हो गया था, दीपा के 31 ऑपरेशन किए गए जिसके लिए उनकी कमर और पांव के बीच 183 टांके लगे थे.

गोला फेंक के अलावा दीपा ने भाला फेंक, तैराकी में भी भाग लिया था. वह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में तैराकी में पदक जीत चुकी हैं. भाला फेंक में उनके नाम पर एशियाई रिकॉर्ड है जबकि गोला फेंक और चक्का फेंक में उन्होंने 2011 में विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीते थे.

लिखने का शौक

दीपा खेल में ही आगे नहीं हैं, वह सामाजिक कार्य करने के साथ-साथ लेखन भी करती हैं. गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए कैंपेन भी चलाती हैं और सामाजिक संस्थाओं के कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं. दीपा को लिखने का शौक है. दीपा शॉट पुटर के अलावा स्विमर, बाइकर, जेवलिन और डिस्कस थ्रोअर भी हैं.

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दीपा मलिक का करियर

दीपा ने 2009 में शॉट पुट में अपना पहला पदक (कांस्य) जीता था. इसके अगले ही साल ऐसा कमाल किया कि इंग्लैंड में शॉटपुट, डिस्कस थ्रो और जेवलिन तीनों में गोल्ड मेडल जीते. उस साल दीपा के सितारे बुलंदी पर रहे और उसने चाइना में पैरा एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता. वहां कांस्य जीतने वाली दीपा पहली भारतीय महिला बनीं.

दीपा ने 2011 में वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता तो उसी साल शरजहां में वर्ल्ड गेम्स में दो कांस्य पदक जीते. वर्ष 2012 में मलेशिया ओपन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में जेवलिन व डिस्कस थ्रो में दो स्वर्ण पदक जीते. 2014 में चाइना ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप बीजिंग में शॉटपुट में स्वर्ण पदक जीता.

उसी साल इंच्योन एशियन पैरा गेम्स में रजत पदक जीकर रिकॉर्ड बनाया. यह साल भी दीपा मलिक के लिए बेहतर रहा है और पैरालंपिक में रजत से पहले ही दुबई में ओसिएनिया एशियन चैंपियनशिप में जेवलिन थ्रो में स्वर्ण व शॉटपुट में कांस्य पदक जीता. हाल ही में दीपा मलिक भाजपा में शामिल हुई थीं.

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