Australian World Cup squad 2023: भारत को वर्ल्ड कप में बम्पर फायदा... ऑस्ट्रेलिया को भारी पड़ेंगी उसकी ये 3 कमजोरियां

वनडे वर्ल्ड कप 2023 का आगाज 5 अक्टूबर को होगा. पहला मैच डिफेंडिंग चैम्पियन इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच होगा. जबकि फाइनल मैच 19 नवंबर को खेला जाएगा. वर्ल्ड कप में भारतीय टीम और ऑस्ट्रेलिया को अपना पहला मैच एकदूसरे के खिलाफ ही खेलना है. भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया की इन तीन बड़ी कमजोरियों का फायदा मिल सकता है....

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भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और ऑस्ट्रेलियाई कैप्टन पैट कमिंस. (Getty) भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और ऑस्ट्रेलियाई कैप्टन पैट कमिंस. (Getty)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 03 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 10:26 AM IST

Australian World Cup squad 2023: भारत की मेजबानी में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप 2023 के आगाज को अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. टूर्नामेंट का पहला मुकाबला 5 अक्टूबर को होगा. जबकि फाइनल मैच 19 नवंबर को खेला जाएगा. पहला मैच डिफेंडिंग चैम्पियन इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच होगा.

इस बार 10 टीमें शामिल हो रही हैं, जो खिताब जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकने को तैयार दिख रही हैं. हालांकि वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे ज्यादा 5 बार खिताब जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा टीम पर नजर डाली जाए तो तीन बड़ी कमजोरियां नजर आती हैं.

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बता दें कि वर्ल्ड कप में भारतीय टीम और ऑस्ट्रेलिया को अपना पहला मैच एक-दूसरे के खिलाफ ही खेलना है. ऐसे में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम को पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया की इन तीन बड़ी कमजोरियों का फायदा मिल सकता है. आइए जानते हैं कंगारू टीम की यह तीन बड़ी कमजोरियां...

ऑस्ट्रेलियाई टीम में सिर्फ एक फ्रंटलाइन स्पिनर

कंगारू टीम की पहली सबसे बड़ी कमजोरी तो यही है कि भारतीय जमीन पर वो सिर्फ एक फ्रंटलाइन स्पिनर के साथ उतर रही है. यह लेग स्पिनर एडम जाम्पा हैं. पहले ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड ने लेफ्ट आर्म स्पिनर एश्टन एगर को भी शामिल किया था, लेकिन आखिर में उन्हें चोट के कारण बाहर कर मार्नस लाबुशेन को शामिल किया है.

हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम में ग्लेन मैक्सवेल भी हैं, जो स्पिन गेंदबाजी करते हैं. हाल ही में उन्होंने भारतीय टीम के खिलाफ राजकोट वनडे मैच में 40 रन देकर 4 विकेट झटके थे. लाबुशेन भी स्पिन गेंदबाजी करते हैं. मगर यह दोनों ही फ्रंटलाइन स्पिनर नहीं हैं. यानी लगातार मैचों में विकेट निकालकर दें इस बात की गारंटी नहीं है. ऐसे में कंगारू टीम को एक फ्रंटलाइन स्पिनर की कमी जरूर खल सकती है.

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तेज गेंदबाजी में बेहतर बैकअप की कमी खलेगी

वर्ल्ड कप के लिए आए ऑस्ट्रेलियाई स्क्वॉड में शानदार तेज गेंदबाजी अटैक है. इसमें मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और कप्तान पैट कमिंस शामिल हैं. हालांकि स्टार्क और हेजलवुड के साथ फिटनेस का मामला फंसता दिखता है. कमिंस खुद भी चोट से ठीक होकर वापसी कर रहे हैं. ऐसे में वर्कलोड और फिटनेस के चलते स्टार्क और हेजलवुड के वर्ल्ड कप में पूरे मैच खेलने की संभावना भी बेहद कम है.

ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम को बैकअप तेज गेंदबाजों की कमी खल सकती है. हालांकि टीम में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन और मार्कस स्टोइनिस भी हैं, लेकिन भारतीय पिचों पर वो शायद असरदार साबित ना हों. हाल ही में भारत के खिलाफ सीरीज में सीन एबॉट भी काफी महंगे साबित हुए थे. मिचेल मार्श भी स्क्वॉड में शामिल हैं, लेकिन उन्होंने भारत के खिलाफ सीरीज में गेंदबाजी नहीं की थी. ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम को तेज गेंदबाजी में बेहतर बैकअप की कमी खल सकती है.

प्लेइंग-11 में कौन होगा बतौर बल्लेबाज विकेटकीपर

ऑस्ट्रेलियाई स्क्वॉड में दो विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी और जोश इंग्लिस शामिल हैं. दोनों ही शानदार प्लेयर हैं. ऐसे में टीम मैनेजमेंट इस असमंजस्य में होगा कि प्लेइंग-11 में किसे शामिल किया जाए. पहली चॉइस कौन होगा, यह तय कर पाना कप्तान के लिए बड़ा सिरदर्द हो सकता है.

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कैरी काफी अनुभवी हैं. उन्होंने 71 वनडे मैचों में 1814 रन बनाए हैं. उनका औसत 33.59 का रहा. पिछले ही महीने कैरी ने सेंचुरियन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 77 गेंदों पर 99 रनों की आतिशी पारी खेली थी. मगर इसके बाद वो बाकी मुकाबलों में खास कमाल नहीं दिखा सके हैं. भारत के खिलाफ दो मैचों में 14 और 11 रन बनाए थे.

दूसरी ओर जोश इंग्लिस हैं, जिन्होंने अब तक सिर्फ 8 वनडे मैच खेले हैं. जिसमें 17.87 के औसत से 143 रन बनाए. ऐसे में यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि आखिर भारत के खिलाफ मैच में किसे प्लेइंग-11 में जगह मिलती है. हालांकि अनुभवी एलेक्स कैरी को शामिल किए जाने की उम्मीद ज्यादा है, मगर उनकी फॉर्म बड़ा सवाल रहेगी.

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