मेरठ के चर्चित स्टांप घोटाले में जेल में बंद मुख्य आरोपी अक्षय गुप्ता एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार आरोपी पर जमानत कराने के लिए फर्जी जमानती, फर्जी पुलिसकर्मियों के हस्ताक्षर और फर्जी वकील की मोहर लगाने का आरोप लगा है. एसीजेएम-दस कोर्ट में जमानत के लिए भेजे गए प्रपत्रों की पुलिस तस्दीक के दौरान पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया. जांच में पता चला कि जिन दारोगाओं के हस्ताक्षर दिखाए गए थे, वे दोनों काल्पनिक हैं. जिले में कहीं भी ऐसे नाम के दारोगा तैनात नहीं हैं.