पॉल्यूशन को आमतौर पर ज्यादा महसूस नहीं किया जाता है. कुछ खास दिन जैसे दिवाली पर ही प्रदूषण की मौजूदगी इतनी बढ़ जाती है कि हम इसे सांस में महसूस कर सकते हैं या हमारी आंखों को प्रभावित कर सकता है.