चिराग पासवान ने कहा कि पहले चरण के नामांकन समाप्त होने के बाद भी महागठबंधन में सीटों के चयन और संख्या की घोषणा नहीं हो पाई है. यह स्थिति एक अनोखा उदाहरण प्रस्तुत करती है, जहां चुनाव की प्रक्रिया में गठबंधन के अंदर मतभेद और असमंजस साफ दिखाई देता है.