प्रेमानंद महाराज के पास एक व्यक्ति भक्ति से जुड़ा सवाल लेकर पहुंचा. उसने महाराज जी से कहा कि क्या भगवान सच में वैसे हीं दिखते हैं जैसे फोटो में हैं.