मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाल ही में पंजाब के तीन प्रमुख शहरों को पवित्र शहर का दर्जा देने का प्रस्ताव सदन में रखा था. उन्होंने पंजाब के उन तीन शहरों को पवित्र शहर का दर्जा देने की बात कही थी जहां सिखों के तीन तख्त मौजूद हैं. इनमें श्री आनंदपुर साहिब, अमृतसर के श्री हरिमंदिर साहिब का गलियारा और तलवंडी साबो का नाम शामिल है.
इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ऐलान किया कि पंजाब के तीन पवित्र तख्तों वाले इन शहरों में शराब, मांस-मछली, तम्बाकू, सिगरेट प्रतिबंधित रहेंगे. इन पवित्र शहरों में किसी भी तरह के नशीले पदार्थों की बिक्री नहीं होगी. सूबे की सरकार ने बरसों से उठ रही संगतों की मांग को गंभीरता से लेते हुए इन शहरों को पवित्र घोषित करने का निर्णय लिया है.
आपको बता दें कि सिख धर्म के पांच सर्वोच्च तख्त हैं. इनमें से तीन तख्त पंजाब की पवित्र धरती के हिस्से में आए हैं. इनके अलावा दो अन्य तख्त भी हैं जो पंजाब से बाहर हैं. आइए जानते हैं कि इन पांचों तख्त के नाम क्या हैं और ये कहां-कहां मौजूद हैं.
पंजाब की धरती पर हैं 3 तख्त
1. श्री अकाल तख्त साहिब
यह तख्त पंजाब के प्रमुख शहर अमृतसर में स्थित है. इसे सिख धर्म में सबसे पुराना और सबसे महत्वपूर्ण तख्त माना जाता है.
2. तख्त श्री केशगढ़ साहिब
यह तख्त पंजाब के आनंदपुर साहिब शहर में स्थित है. यह तख्त खालसा पंथ के जन्मस्थान के रूप में प्रचलित है. खालसा पंथ की स्थापना गुरु गोबिंद सिंह ने की थी.
3. तख्त श्री दमदमा साहिब
यह पवित्र तख्त पंजाब के तलवंडी साबो शहर में स्थित है. ऐसा कहा जाता है कि गुरु गोबिंद सिंह ने इसी स्थान पर गुरु ग्रंथ साहिब का अंतिम संस्करण तैयार किया था.
पंजाब से बाहर 2 अन्य तख्त
4. तख्त श्री पटना साहिब
यह तख्त बिहार के पटना शहर में स्थित है. इसे श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब भी कहा जाता है. इस तख्त को सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है.
5. तख्त श्री हजूर साहिब
यह तख्त महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर में स्थित है. इसे तख्त श्री हजूर साहिब भी कहा जाता है. यह वो स्थान है जहां गुरु गोबिंद सिंह ने अपना शरीर त्यागा था.
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