Sawan Shivratri 2023: सावन की शिवरात्रि पर बनने जा रहा है ये खास संयोग, जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि

Sawan Shivratri 2023: इस दिन व्रत, उपवास, मंत्रजाप और रात्रि जागरण का विशेष महत्व है. महीने की हर चतुर्दशी को मास शिवरात्रि आती है, लेकिन सावन का महीना शिव जी का महीना है, इसलिए सावन की शिवरात्रि का विशेष महत्व हो जाता है. इस दिन लोग कांवड़ में जल भरकर शिवलिंग पर अर्पित करते हैं. इस बार सावन की शिवरात्रि 15 जुलाई को है.

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सावन शिवरात्रि 2023 सावन शिवरात्रि 2023

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 9:07 AM IST

Sawan Shivratri 2023: 4 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो चुका है और इसका समापन 31 अगस्त को होगा. मान्यताओं के अनुसार, सावन का महीना भगवान शिव का बेहद प्रिय है. सावन के इस शुभ माह में मासिक शिवरात्रि भी आने वाली है. हिंदू धर्म में शिवरात्रि या मासिक शिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, मासिक शिवरात्रि हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. सावन माह में पड़ने वाली पहली मासिक शिवरात्रि 15 जुलाई, शनिवार को है. सावन के महीने में पड़ने वाली ये मासिक शिवरात्रि बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि इस दिन कावड़िए भगवान शिव पर जल चढ़ाएंगे.  

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सावन शिवरात्रि शुभ मुहूर्त (Sawan 2023 Shivratri Shubh Muhurat)

हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन की मासिक शिवरात्रि कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाएगी. इसकी तिथि 15 जुलाई को रात 08 बजकर 32 मिनट पर शुरू हो जाएगी और समापन 16 जुलाई को रात 10 बजकर 08 मिनट पर होगा. शिवरात्रि का पूजन मुहूर्त 16 जुलाई को रात 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. 

2 शुभ योगों में होगी सावन शिवरात्रि 

इस बार सावन शिवरात्रि पर दो शुभ योग वृद्धि और ध्रुव योग बने हैं. वृद्धि योग सुबह 08 बजकर 22 मिनट तक है. इस योग में पूजा पाठ करने से पुण्य फल में वृद्धि होती है. इसके बाद से ध्रुव योग प्रारंभ होगा. जो पूरे रात रहेगा. सावन शिवरात्रि के दिन मृगशिरा नक्षत्र है. यह सुबह से लेकर रात 12:23 बजे तक है. 

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सावन शिवरात्रि पूजन विधि (Sawan Shivratri 2023 Pujan Vidhi)

सावन की शिवरात्रि पर सवेरे-सवेरे स्नान के बाद पीले या सफेद रंग के साफ वस्त्र धारण करें. पूजा के स्थान पर भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश जी, भगवान कार्तिकेय और भगवान शिव के वाहन नंदी की प्रतिमा स्थापित करें और उनकी पूजा करें. मासिक शिवरात्रि की पूजा में शिव परिवार को पंचामृत से स्नान कराया जाता है. पूजा में बेल पत्र, फल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य और इत्र जरूर शामिल करें. इस दिन व्रत करने वालों को शिव पुराण या शिवाष्टक का पाठ अवश्य करना चाहिए. पूजा का समापन शिव आरती के साथ करें.

शिवरात्रि के दिव्य उपाय (Sawan Shivratri 2023 Upay)

धन की प्राप्ति के लिए क्या प्रयोग करें? दूध, दही, शहद, शक्कर और घी से भगवान शिव का अभिषेक करें. इसके बाद जल धारा अर्पित करें. फिर धन प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें. 

संतान के लिए 
शिव लिंग पर घी अर्पित करें. फिर जल की धारा अर्पित करें. इसके बाद संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें 

विवाह के लिए क्या उपाय करें? 
शिवलिंग पर 108 बेल पत्र अर्पित करें. हर बेल पत्र के साथ "नमः शिवाय" कहें. 

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