Putrada Ekadashi 2022: कब है पुत्रदा एकादशी? जानें व्रत के नियम और शुभ मुहूर्त

Putrada Ekadashi 8 august 2022: लोगों का ऐसा मानना है कि जो मानना है कि जो नियमित रूप से एकादशी का व्रत रखते हैं, उनका मनोबल मजबूत हो जाता है और उनकी सेहत अच्छी रहती हैं, उन्हें धन की प्राप्ति होती है, मन का संतुलन अच्छा रहता है. इसलिए, एकादशी का व्रत सबसे पवित्र माना जाता है

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 4:59 PM IST

Putrada Ekadashi 2022: हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, एकादशी का व्रत सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. हर महीने दो एकादशी आती हैं- एक कृष्ण पक्ष की और एक शुक्ल पक्ष की. इस तरह साल में कुल 24 एकादशी आती हैं. लोगों का ऐसा मानना है कि जो लोग नियमित रूप से एकादशी का व्रत रखते हैं, उनका मनोबल मजबूत हो जाता है और उनकी सेहत अच्छी रहती हैं. उन्हें धन की प्राप्ति होती है. मन का संतुलन अच्छा रहता है. इसलिए एकादशी का व्रत सबसे पवित्र माना जाता है.

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पुत्रदा एकादशी शुभ मुहूर्त (Putrada Ekadashi 2022 Date)

सावन मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है. एकादशी तिथि 7 अगस्त को रात 11 बजकर 50 मिनट पर शुरू होगी और 8 अगस्त को रात 9 बजे तक रहेगी. लेकिन व्रत 8 अगस्त को ही रखा जाएगा. अगर आप पुत्रदा एकादशी पर बच्चे की प्राप्ति करना चाहते हैं, संतान सुख की प्राप्ति करना चाहते है या संतान से जुड़ी कोई समस्या आ रही है तो यह व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण है.

पुत्रदा एकादशी के खास उपाय (Putrada Ekadashi 2022 Rules)

एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इस दिन आपको जल्दी उठकर भगवान विष्णु की पूजा की करनी है, लेकिन उससे पहले आपको कुछ खास बातों का ख्याल रखना है. सबसे पहले आपको उपवास रखना है. फल प्राप्ति के लिए इस दिन पति और पत्नि दोनों को सुबह उठकर विष्णु भगवान की पूजा करनी है और साथ ही साथ भगवान विष्णु को पीले फल फूल चढ़ाने हैं. तुलसी की पत्ती, पंचअर्मित भगवान विष्णु को समर्पित करना है. उसके बाद इन सब चीजों को प्रसाद की तरह ग्रहण करना है. 

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आप चाहें तो इस दिन बालगोपाल की पूजा कर सकते हैं. बालगोपाल को घर पर स्थापित कर सकते हैं. इससे संबंधित यानी संतान से संबंधित अगर आपको कोई समस्या आ रही है जैसे- आपकी संतान बिगड़ गई है या आपकी संतान की सेहत में कोई समस्या आ रही है तो आप उस सोच या संकल्प से भी भगवान विष्णु की अराधना कर सकते हैं.

 

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