Indira Ekadashi 2024: इंदिरा एकादशी आज, जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और खास उपाय

Indira Ekadashi 2024: धार्मिक मान्यता के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को इंदिरा एकादशी के नाम से जाना जाता है. पद्य पुराण के अनुसार, इंदिरा एकादशी का व्रत रखने वाले व्यक्ति को मृत्यु के बाद बैकुंठ धाम में निवास मिलता है. इसके साथ ही साथ उनके पितरों की आत्मा को भी शांति मिलती है.

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इंदिरा एकादशी 2024 इंदिरा एकादशी 2024

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 6:00 AM IST

Indira Ekadashi 2024: पितृ पक्ष का समय बहुत ही शुभ माना जाता है और अगर पितृपक्ष में इंदिरा एकादशी आ जाए तो ये अवसर और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है. हिंदू धर्म शास्त्रों में शरीर और मन को संतुलित करने के लिए व्रत और उपवास के नियम बनाए गए हैं. इन सभी व्रतों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण एकादशी का व्रत माना जाता है. एकादशी महीने में दो बार आती है- शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष. 

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आश्विन के महीने में जो एकादशी आती है उसे कहते हैं इंदिरा एकादशी कहते हैं. इसका एकादशी का पालन करने से मन और शरीर दोनों ही संतुलित रहते हैं. खास तौर से गंभीर रोगों से निश्चित रूप से रक्षा होती है. पाप नाश करने के लिए और अपनी तमाम मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आश्विन महीने की इंदिरा एकादशी का विशेष महत्व है. अगर आप इंदिरा एकादशी का व्रत रखते हैं तो इससे पापों का नाश तो होता ही है, साथ ही पूर्वजों को भी मुक्ति मिलती है. 28 सितंबर यानी आज इंदिरा एकादशी का व्रत रखा जा रहा है. 

इंदिरा एकादशी शुभ मुहूर्त (Indira Ekadashi 2024 Shubh Muhurat)

आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 27 सितंबर यानी कल दोपहर 1 बजकर 20 मिनट पर शुरू हो चुकी है और तिथि का समापन 28 सितंबर यानी आज दोपहर 2 बजकर 49 मिनट पर होगा. 

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पारण का समय- 29 सितंबर यानी कल सुबह 6 बजकर 13 मिनट से 8 बजकर 36 मिनट तक

इंदिरा एकादशी पूजन विधि (Indira Ekadashi 2024 Pujan Vidhi)

इस दिन प्रातःकाल उठ कर के स्नान करें और स्नान करने के बाद पहले सूर्य भगवान को अर्घ्य दें. इसके बाद भगवान विष्णु के शालिग्राम स्वरूप की आराधना करें. भगवान विष्णु की पाषाण रूप में शालिग्राम के रूप में पूजा होती है और उसी स्वरूप की पूजा आज के दिन की जाएगी. फिर, उनको पीले फूल, फल, पंचामृत और तुलसी दल अर्पित करेंगे तो बहुत ही अच्छा रहेगा. इसके बाद भगवान का ध्यान करें और उनके मंत्रों का जप करें. 

मंत्र है- ऊं विष्णवे नमः, ऊं नमो नारायणाय:, ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम: . 

इंदिरा एकादशी पर न करें ये काम (Indira ekadashi mistakes)

1. अपने मन को ईश्वर में लगाएं. 
 

2. क्रोध न करें और असत्य न बोलें. 

इंदिरा एकादशी का महाप्रयोग (Indira Ekadashi Upay)

एकादशी के दिन उड़द की दाल, उड़द के बड़े और पूरियां बनाएं. फिर, एक कंडा जलाकर उसपर पूरी रखें, साथ ही उसमें उड़द की दाल और उड़द के बड़े की आहुति दें. पास में एक जल से भरा पात्र भी रखें. फिर गीता का पाठ करें. 

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