एक प्रदेश और दो मौसम...कुछ ऐसा ही हाल राजस्थान का है, जहां एक हिस्से में खूब बारिश हो रही है तो दूसरे हिस्से में भीषण गर्मी आग उगल रही है. पूर्वी राजस्थान में जमकर बारिश हो रही है, लेकिन पश्चिमी राजस्थान में तेज गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है. विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल जैसलमेर में बीते दिन अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जबकि उसके पास ही फलोदी में 41°, बीकानेर में 40° और बाड़मेर में पारा 36 डिग्री सेल्सियस हो रखा है. जबकि इससे इतर भरतपुर, कोटा, झालावाड़, अलवर, दौसा जिले में बदरा जमकर बरस रहे है.
मौसम विभाग जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पाकिस्तान से लगातार तेज गर्म हवाएं राजस्थान के पश्चिमी इलाके में आ रही हैं, इसी का नतीजा है कि जैसलमेर, बाड़मेर, फलोदी बीकानेर के जिलों में गर्मी पड़ रही है. वही बंगाल की खाड़ी से आ रहे वेदर सिस्टम पूर्वी राजस्थान से जयपुर और अजमेर संभाग से आगे ही नहीं बढ़ रहे. इन वेस्टर्न विंड की स्पीड इतनी तेज है कि ये इन वेदर सिस्टम को रोक कर उनकी दिशा उत्तर की तरफ घुमा रही है, जिससे आगामी दिनों में पश्चिमी इलाकों में अधिकतम तापमान औसत से 4-6 डिग्री सेल्सियस अधिक बने रहने की संभावना है.
जबकि भरतपुर, कोटा और जयपुर संभाग के कुछ जिलों में बारिश की पुरी संभावना बनी है. जबकि इन जिलों में बीते 24 घंटे में कई जगहों पर भारी बारिश हो रही है. वहीं, झालावाड़ के असनावर में 75MM बरसात हुई. धौलपुर, चित्तौरगढ़, दौसा, भरतपुर, अलवर, बारां, सवाई माधोपुर सहित अन्य जगहों पर बरसात हुई. ऐसे में राजस्थान के लोग एक जिले से दूसरे जिले में जाते ही कंफ्यूज हो जाते है, कि एक जगह जमकर बारिश और दूसरी जगह बिल्कुल सूखा और गर्मी के थपड़े मिल रहे हैं.
विशाल शर्मा