राजस्थान के रणथंभौर टाइगर रिजर्व में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ. जहां एक 7 साल का कार्तिक अपनी दादी के साथ त्रिनेत्र गणेश मंदिर जा रहा था, तभी एक बाघ ने उस पर हमला कर दिया और उसे मुंह में दबाकर जंगल में ले गया. इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई.
यह हादसा 16 अप्रैल को हुआ और इसके बाद प्रशासन ने त्रिनेत्र गणेश मंदिर का रास्ता एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है. मंदिर आमतौर पर सालभर खुला रहता है और यहां रोज़ाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं.
बाघ ने 7 साल के बच्चे को मार डाला
वन मंत्री संजय शर्मा ने बताया कि मृतक बच्चे के परिवार को केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मंदिर मार्ग पर निगरानी बढ़ा दी गई है और कैमरा ट्रैप जैसे आधुनिक उपकरणों से बाघों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.
मृतक बच्चे के परिवार को मुआवजा दिया जाएगा
रणथंभौर में यह पहला बाघ हमला नहीं है. पिछले 38 वर्षों में 20 लोगों की जान जा चुकी है. 2019 में सबसे ज्यादा 5 लोगों की मौत हुई थी. साल 2025 में अब तक दो लोग बाघ के हमले में जान गंवा चुके हैं. वन विभाग अब ग्रामीणों को जागरूक करने और जंगल में वन्यजीवों के लिए पर्याप्त भोजन की व्यवस्था करने पर भी काम कर रहा है.
हिमांशु शर्मा