पहले से 6 बेटियां... सातवीं हुई तो अस्पताल में ही छोड़ गई, रुला देगा लाचार मां का लिखा यह पत्र

अस्पताल परिसर में नवजात के रोने की आवाज सुनी तो युवक हैरान रह गया. क्योंकि, वहां पर कोई मौजूद नहीं थी. उसने ध्यान से देखा तो कपड़े में लिपटी हुई 3 दिन की नवजात लावारिस पड़ी हुई थी. सामने आया है कि मां ही नवजात को लावारिस छोड़ कर चली गई है.

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मां अपनी बच्ची को अस्पताल में छोड़ गई. मां अपनी बच्ची को अस्पताल में छोड़ गई.

सुरेश फौजदार

  • भरतपुर,
  • 26 मई 2023,
  • अपडेटेड 12:56 PM IST

''मुझ पर 6 लड़की हो गई हैं, मेरी सास परेशान करती है, इसलिए यह कदम उठाया है, मेरी बेटी को पाल लो, तुम्हारा एहसान होगा, मुझे माफ कर दो'' 

यह एक लाचार मां के लिखे हुए शब्द हैं, जिसने अपनी नवजात बेटी को लावारिस हालत में भरतपुर के महिला अस्पताल के परिसर में छोड़ा था. पहले से 6 बच्चियों की मां को सातवीं संतान भी बेटी ही हुई. ससुराल की प्रताड़ना से परेशान महिला ने बेटी को अस्पताल परिसर में छोड़ दिया और लेटर लिख कर गायब हो गई. अस्पताल परिसर में रोती हुई नवजात को राहगीर ने देखा तो उसके होश उड़ गए. तत्काल घटना की जानकारी पुलिस को दी गई और बच्ची को अस्पताल में एडमिट कराया गया. 

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दरअसल, भरतपुर में मथुरा गेट थाना इलाके में स्थित जनाना (महिला) अस्पताल परिसर की है. गुरुवार की रात करीब 11 बजे रामवीर नाम के व्यक्ति को नवजात के रोने की आवाज सुनाई दी. परिसर में कोई मौजूद नहीं था तो वह हैरान हो गया कि रोने की आवाज कहां से आ रही है. 

लावारिस पड़ी थी नवजात

जिस दिशा से आवाज आ रही थी जब रामवीर उस तरफ गया तो कपड़े में लिपटी हुई नवजात जमीन पर पड़ी हुई थी. वह जोरों से रो रही थी. रामवीर ने जब उसे देखा तो उसके होश उड़ गए. बच्ची के पास कुछ कागज भी पड़े हुए थे. रामवीर बच्ची और उन कागजों को लेकर अस्पताल के अंदर पहुंचा और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों से मिला और सारी बात बताई.

बच्ची की जांच करते हुए डॉक्टर.

बच्ची की हालत स्थिर

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डॉक्टरों ने तत्काल ही बच्ची को वार्ड में एडमिट किया और उसका इलाज शुरू कर दिया. गनीमत, यह रही कि इतनी भीषण गर्मी के बावजूद बच्ची को कुछ नहीं हुआ. आवारा जानवरों से भी बच्ची बची रही. अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर बाल कल्याण समिति के सदस्य भी वहां पहुंचे और रामवीर से पूरी बात जानी. अब बच्ची की मां का पता लगाया जा रहा है. वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची का जन्म तीन दिन पहले ही हुआ है.

'मेरे पास पहले से 6 बच्चियां, सास परेशान करती है'

नवजात के पास से जो लेटर (कागज) मिला था उस पर हुआ था, ''मुझ पर है 6 लड़की हो गई हैं, मेरी सास परेशान करती है, इसलिए यह कदम उठाया है, मेरी बेटी को पाल लो, तुम्हारा एहसान होगा, मुझे माफ कर दो.''

तीन दिन की है बच्ची: डॉक्टर

भरतपुर जनाना अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. हिमांशु गोयल ने कहा कि अस्पताल परिसर में नवजात बालिका लावारिस हालत में मिली है. ऐसा लग रहा है कि उसकी मां ही उसे यहां पर छोड़ कर गई है. नवजात बालिका जिसका जन्म करीब 3 दिन पहले हुआ है वह अस्पताल परिसर में लावारिस हालत में मिली थी. उसका इलाज चल रहा है. फिलहाल, उसकी हालत ठीक है. 

 

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