अलवर के बहरोड़ क्षेत्र के पूर्व विधायक बलजीत यादव के 10 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने शुक्रवार सुबह छापेमारी की. जयपुर के ज्ञान विहार स्थित उनके घर के अलावा अलवर, दोसा और बहरोड़ सहित अन्य स्थानों पर यह कार्रवाई की गई. ईडी के अधिकारी बलजीत यादव के कुछ नजदीकी लोगों के ठिकानों पर भी पहुंचे हैं.
यह कार्रवाई खेल सामग्री सप्लाई में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले के आरोपों के तहत की गई है. बताया जा रहा है कि सरकारी स्कूलों में खेल सामग्री खरीदने के लिए टेंडर जारी किए गए थे. इन टेंडरों में बाजार मूल्य से ढाई गुना अधिक कीमत पर सामान खरीदा गया. जिन कंपनियों को टेंडर दिए गए, वो सभी बलजीत यादव के करीबी लोगों की बताई जा रही हैं.
बता दें, बलजीत यादव के खिलाफ बच्चों की खेल सामग्री में भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस नेता संजय यादव ने 2023 में शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत में आरोप था कि बलजीत यादव के विधायक रहते विधायक कोटे से सरकारी स्कूलों में खेल सामग्री की आपूर्ति की गई थी. स्कूलों में घटिया खेल सामग्री की आपूर्ति का आरोप लगाया गया था. जिस पर एसीबी ने पिछले दिनों मामला दर्ज किया था.
बलजीत यादव के ठिकानों पर ED की छापेमारी
इस मामले में पहले से एसीबी ने मुकदमा दर्ज कर 3.72 करोड़ रुपये का घोटाला पकड़ा था. बलजीत यादव 2018 से 2023 तक बहरोड़ से निर्दलीय विधायक रहे और गहलोत सरकार को समर्थन दिया. आरोप है कि इस दौरान विधायक कोष का कथित रूप से दुरुपयोग हुआ. राज्यसभा चुनाव में भी उन्होंने कांग्रेस का समर्थन किया था.
पहले 3.72 करोड़ रुपये का घोटाला पकड़ा गया था
ईडी की इस कार्रवाई को राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा कदम माना जा रहा है. इससे पहले इनकम टैक्स की टीम त्रेहन ग्रुप पर छापेमारी कर रही थी. बलजीत यादव के खिलाफ जांच जारी है और आने वाले दिनों में और खुलासे होने की संभावना है. बलजीत यादव बहरोड़ से निर्दलीय विधायक रह चुके हैं.
हिमांशु शर्मा