'शॉर्ट ड्रेस' में एंट्री पर रोक, अम्बे माता मंदिर कमेटी ने लगाया नोटिस बोर्ड

कपड़ों को लेकर अक्सर फरमान जारी होते रहते हैं. इस बार शॉर्ट ड्रेस पहनकर आने वालों को मंदिर में प्रवेश करने से रोकने का फैसला अजमेर के प्राचीन अंबे माता मंदिर ट्रस्ट ने लिया है. इसको लेकर ट्रस्ट का कहना है कि जो कपड़े मंदिर की गरिमा को शोभित करें, वही कपड़े पहने जाएं.

Advertisement
अंबे माता मंदिर. (फाइल फोटो) अंबे माता मंदिर. (फाइल फोटो)

चंद्रशेखर शर्मा

  • अजमेर,
  • 27 मई 2023,
  • अपडेटेड 9:22 AM IST

Rajasthan News: अजमेर में बजरंग चौराहे पर स्थित प्राचीन अंबे माता मंदिर में छोटे कपडे़ पहनकर दर्शन करने आने वालों पर रोक लगा दी गई है. इसके लिए मंदिर कमेटी ने परिसर के बाहर एक बोर्ड भी लगाया है. इस पर लिखा है, 'श्रद्धालुओं को सूचित किया जाता है कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालु चाहें पुरुष हो या महिलाएं, मर्यादित वस्त्रों में ही मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचें.'

Advertisement

दरअसल, मंदिर ट्रस्ट ने यह फैसला लिया है कि शॉर्ट ड्रेस पहनकर जाने वाले भक्तों को मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा. इस बोर्ड के माध्यम से जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप अमर्यादित कपड़ों को पहनकर आने से रोकने की बात कही गई है. 

... तो मंदिर के बाहर से ही करें देव दर्शन 

इसमें कहा गया है कि छोटे कपड़ों, बरमूडा, नाइट सूट, मिनी स्कर्ट और हाफ पैंट जैसे कपड़े पहनकर आने वालों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. यदि ऐसे अमर्यादित वस्त्र पहनकर कोई आता भी है, तो उनसे आग्रह किया जाएगा कि वो मंदिर के बाहर से ही देव दर्शन करें.

शॉर्ट ड्रेस न पहनकर आने का निर्देश बोर्ड पर लगा दिया गया है.

आस्था और संस्कार का केंद्र है मंदिर- कमेटी संरक्षक  

वहीं, मंदिर कमेटी के संरक्षक एडवोकेट राजेश टंडन का कहना था कि मंदिर आस्था के साथ ही संस्कार का केंद्र भी होता है. यहीं से सनातन संस्कृति के संस्कार जन्म लेते हैं. उन्होंने कहा कि हमने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है और हमें आशा है कि श्रद्धालु मंदिर प्रबंधन समिति की भावनाओं को समझेंगे. साथ ही मर्यादित वस्त्रों में ही देव दर्शन के लिए आएंगे.

Advertisement

गौरतलब है कि आमतौर पर इस तरह के दिशा-निर्देशों की वजह से कई विवाद सामने आते हैं. मगर, अजमेर में श्रद्धालुओं ने इसे सहज भाव से लिया है.

उनका मानना है कि मंदिर में किसी भी श्रद्धालु का आचरण मर्यादित होना चाहिए. यह अलग बात है कि जब से इस मंदिर में इस बोर्ड को लगाया गया है, तब से उसकी फोटो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement