'अगर मरने नहीं दोगे तो शादी करो...,' बॉयफ्रेंड ने दगा दिया तो ट्रेन से कूदने जा रही थी श्रद्धा तिवारी, अचानक करण ने पकड़ लिया हाथ

Shraddha Tiwari dramatic love story: श्रद्धा तिवारी घर से निकलने के बाद बॉयफ्रेंड सार्थक गहलोत के संपर्क में थी और उसके साथ भागने का प्लान बनाया था. लेकिन सार्थक इंदौर रेलवे स्टेशन नहीं पहुंचा, तो वह अकेली ट्रेन से रतलाम चली गई. वहां उसे अचानक करणदीप मिला और फिर नाटकीय घटनाक्रम के बीच दोनों ने एक मंदिर में शादी कर ली.

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करणदीप के साथ लव मैरिज कर लौटी श्रद्धा.(Photo:ITG) करणदीप के साथ लव मैरिज कर लौटी श्रद्धा.(Photo:ITG)

aajtak.in

  • इंदौर,
  • 01 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 11:39 PM IST

इंदौर की रहने वाली श्रद्धा तिवारी की कहानी किसी बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं है. घर से भागने के बाद 7 दिन बाद वह करणदीप के साथ लव मैरिज करके इंदौर लौटी. श्रद्धा का दावा है कि तय प्लान के अनुसार बॉयफ्रेंड सार्थक गहलोत रेलवे स्टेशन पर नहीं मिला तो वह खुदकुशी करने जा रही थी, लेकिन अचानक से ट्रेन में मौजूद करणदीप ने उसे कूदने से बचा लिया. फिर उसने करण के साथ ही जीने मरने की कसमें खा लीं. करणदीप श्रद्धा के ही कॉलेज में इलेक्ट्रिशियन का काम करता है. 

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श्रद्धा का दावा है कि तय योजना के अनुसार वह 23 तारीख को इंदौर रेलवे स्टेशन पर बॉयफ्रेंड सार्थक गहलोत से मिलकर भागने वाली थी. लेकिन सार्थक नहीं आया, जिसके गुस्से में श्रद्धा एक ट्रेन में बैठकर रतलाम चली गई. वहां उन्होंने ट्रेन से कूदकर खुदकुशी करने की कोशिश की, तभी करणदीप ने उनका हाथ पकड़कर बचा लिया. 

करणदीप श्रद्धा के गुजराती समाज कॉलेज में इलेक्ट्रीशियन है. करणदीप ने श्रद्धा को रोकते हुए कहा, "मैं तुम्हें मरने नहीं दूंगा." श्रद्धा ने जवाब दिया, "अगर मरने नहीं दोगे, तो मुझसे शादी करनी होगी, क्योंकि बॉयफ्रेंड सार्थक मुझे धोखा दे गया." 

श्रद्धा की बात मानकर करणदीप इसके लिए तैयार हो गया. दोनों खरगोन गए, फिर महेश्वर पहुंचे, जहां उन्होंने मंदिर में शादी कर ली. इसके बाद करणदीप अपने घर गया, लेकिन परिजनों ने उन्हें वहां रहने से मना कर दिया. फिर वे मंदसौर चले गए. 

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मंदसौर से श्रद्धा ने अपने माता-पिता को फोन कर बताया कि उसने करण से शादी कर ली है और आधिकारिक रजिस्टर्ड मैरिज के लिए दस्तावेज चाहिए. इस पर उसके पिता अनिल तिवारी कार लेकर मंदसौर गए और उन्हें लेकर इंदौर के थाने पहुंचे. 

कॉलेज में करणदीप से हो चुकी थी मेल-मुलाकात

थाना एमआईजी के सीबी सिंह के मुताबिक, श्रद्धा ने बताया कि इलेक्ट्रीशियन करणदीप से उनकी पहले कॉलेज में दो-तीन बार मुलाकात और बातचीत हो चुकी थी. पुलिस अभी विस्तृत जांच कर रही है कि करणदीप उस ट्रेन में कैसे मौजूद था और उसने श्रद्धा को कैसे पहचाना? 

श्रद्धा के पिता का कहना है कि वे तब तक शादी को मान्यता नहीं देंगे, जब तक कोई ठोस सबूत नहीं मिलता. हालांकि, मंदिर में शादी के फोटो जैसे सबूत अभी बरामद हुए हैं. आधिकारिक दस्तावेज मिलने अभी बाकी हैं.  

पुलिस का कहना है कि श्रद्धा और करणदीप का बयान दर्ज होने के रवाना कर दिया गया है. इस जोड़े का कहना है कि उन्होंने अपनी मर्जी से एक दूसरे संग रहने का मन बना लिया है. 

परिवार से जान का खतरा बताया

उधर, करणदीप और श्रद्धा ने एक वीडियो जारी कर कहा कि उन्हें परिवार से जान का खतरा है. 

पिता बोले- बेटी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं

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वहीं, श्रद्धा के पिता अनिल तिवारी ने कहा, ''मेरी बेटी बालिग है, मैं कानूनन कुछ नहीं कर सकता.''

अनिल तिवारी का दावा है कि, उनकी बेटी को गुमराह किया गया है. उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. इस मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए. अगर तब भी उनकी बेटी अपने फैसले पर अडिग रहती है तो वह खुद करणदीप से उसकी शादी कर देंगे.    

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