MP: मस्जिद की जमीन पर खुदाई के दौरान निकली हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां, दो समुदाय आमने-सामने, प्रशासन अलर्ट

मध्य प्रदेश के सागर जिले के पापेट गांव में मस्जिद की जमीन पर खुदाई के दौरान देवी-देवताओं जैसी प्राचीन आकृतियां मिलने से हड़कंप मच गया. हिंदू पक्ष ने इसे मंदिर के अवशेष बताया, जबकि मुस्लिम पक्ष ने साधारण पत्थर कहा. प्रशासन ने निर्माण कार्य रुकवाकर सभी वस्तुएं पुरातत्व विभाग को सौंप दीं. जांच रिपोर्ट आने तक यथास्थिति बनाए रखी जाएगी.

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प्रशासन ने रोकवाया निर्माण.(Photo: Himanshu Purohit/ITG) प्रशासन ने रोकवाया निर्माण.(Photo: Himanshu Purohit/ITG)

हिमांशु पुरोहित

  • सागर,
  • 23 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:30 PM IST

मध्य प्रदेश के सागर जिले के बंडा क्षेत्र के पापेट गांव में जामा मस्जिद की जमीन पर नींव की खुदाई के दौरान कुछ प्राचीन आकृतियां मिलने से गांव में तनाव का माहौल बन गया है. बताया जा रहा है कि ये आकृतियां हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों जैसी हैं. आकृतियां मिलते ही हिंदू पक्ष के लोग मौके पर पहुंचे और निर्माण कार्य को तुरंत रुकवा दिया. 

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वहीं, ग्रामीणों के साथ मिलकर उन्होंने मूर्तियों की पूजा भी की. उधर, मुस्लिम पक्ष का कहना है कि जो वस्तुएं मिली हैं, वे मूर्तियां नहीं, बल्कि Chandela कालीन साधारण पत्थर हैं. मामले के सामने आते ही गांव में हलचल मच गई और पुलिस व प्रशासन को मौके पर पहुंचना पड़ा. अधिकारियों ने दोनों समुदायों को शांत कराया.

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हिंदू पक्ष ने मंदिर होने का दावा, वैज्ञानिक जांच की मांग

बजरंग दल के संयोजक सोनू सेन ने दावा किया कि जहां खुदाई हुई है, वहां पहले मंदिर था जिसे तोड़कर मस्जिद का निर्माण किया गया होगा. उन्होंने कहा कि मस्जिद की बाउंड्री के अलावा बाकी जमीन पर भी कब्जा किया गया है. सोनू ने मांग की कि पुरातत्व विभाग से वैज्ञानिक तरीके से खुदाई कर जांच कराई जाए.

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सोनू सेन का कहना है कि यदि पूरी खुदाई की जाए तो मंदिर के और अवशेष मिल सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यदि पुरातात्विक जांच में साबित होता है कि मूर्तियां वास्तव में देवी-देवताओं की हैं, तो इस भूमि पर मंदिर निर्माण कराया जाएगा और मूर्तियों की विधिवत स्थापना होगी.

मुस्लिम पक्ष ने आरोप खारिज किए, विवाद भड़काने का आरोप

मस्जिद के सेक्रेटरी समीम उद्दीन ने स्पष्ट किया कि जिस स्थान पर मूर्ति मिलने का दावा किया जा रहा है, वहां से कोई मूर्ति नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि जो वस्तु मिली है, वह साधारण चंदेली पत्थर है और मूर्ति जैसा कोई आकार नहीं है.

समीम उद्दीन ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोग अनावश्यक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यह भूमि लगभग 150 वर्षों से मस्जिद की ही है और यहां केवल बाउंड्री का निर्माण कार्य चल रहा था. पुलिस ने जो पत्थर बरामद किए हैं, उन्हें जांच के लिए अपने पास रख लिया है.

प्रशासन ने रोकवाया निर्माण, पुरातत्व विभाग करेगा जांच

एसडीएम नवीन ठाकुर ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचा. उन्होंने पुष्टि की कि निर्माण कार्य के दौरान नींव की खुदाई में कुछ आकृतियां मिली हैं, जिनकी जांच पुरातत्व विभाग करेगा.

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उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने तक सभी वस्तुएं पुलिस अभिरक्षा में सुरक्षित रखी जाएंगी और वहां की यथास्थिति बरकरार रखी जाएगी. फिलहाल निर्माण कार्य स्थगित कर दिया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में यह भूमि मस्जिद समिति के स्वामित्व में है और आबादी क्षेत्र के अंतर्गत आती है.

पुलिस और पुरातत्व विभाग की प्रारंभिक टिप्पणी

थाना प्रभारी कमल किशोर मौर्य ने भी पुष्टि की कि खुदाई के दौरान मूर्ति जैसी आकृति मिली है. बजरंग दल इसे हनुमान जी की मूर्ति बता रहा है, लेकिन पुलिस का कहना है कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ये किस देवता या किस काल की हैं.

जिला पुरातत्व संग्रहालय, सागर के अधिकारी विजय मीणा के अनुसार, बरामद आकृतियां 12वीं-13वीं शताब्दी की प्रतीत होती हैं और फिलहाल खंडित अवस्था में हैं. उनका कहना है कि ये किसी स्थापित मूर्ति के अवशेष हो सकते हैं.

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