MP News: ग्वालियर के बहुचर्चित अक्षया यादव हत्याकांड की गवाह की मां को जान से मारने की कोशिश हुई है. बदमाशों ने रास्ते में घेरकर करुणा शर्मा को अक्षया हत्याकांड मामले में गवाही देने से मना किया और फिर जान से मारने की नीयत से गोली चला दी. गनीमत यह रही कि गोली निशाने पर नहीं लगी. इसके बाद बदमाश मौके से भाग गए. पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर से बदमाशों के खिलाफ हत्या के प्रयास की धारा में एफआईआर दर्ज कर ली है.
यह पूरा घटनाक्रम मंगलवार की सुबह तकरीबन 9:00 बजे का है. जब अक्षया यादव हत्याकांड की गवाह करुणा शर्मा अपने स्कूटर पर सवार होकर बारह बीघा स्थित अपने घर से कुछ दूरी पर पहुंची थीं. इसी दौरान बाइक सवार दो बदमाशों ने करुणा को रोक लिया और इस बात के लिए धमकाया कि वह अक्षया यादव हत्याकांड के केस में गवाही न दें.
इतना ही नहीं, बदमाशों ने करुणा शर्मा को जान से मारने की नीयत से दो गोलियां भी चलाईं, लेकिन वह बाल-बाल बच गईं. इसके बाद बदमाश मौके से भाग गए. इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई.
जानकारी मिलते ही माधवगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने करुणा शर्मा की शिकायत पर से दोनों बदमाशों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करते हुए उनकी तलाश शुरू कर दी है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि 10 जुलाई 2023 को ग्वालियर के कंपू इलाके के 'बेटी बचाओ चौराहे' पर मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुरेंद्र यादव की नातिन अक्षया यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना के वक्त अक्षया अपनी सहेली सोनाक्षी शर्मा के साथ थी.
इस मामले में आधा दर्जन से अधिक आरोपी बनाए गए थे और केस में सोनाक्षी शर्मा गवाह हैं. 25 जनवरी को इसी मामले के तीन आरोपी थाटीपुर स्थित बाल संप्रेषण गृह से फरार हो गए थे और तभी से करुणा खुद समेत अपनी बेटी की सुरक्षा को लेकर चिंता जता रही थीं. घटना के बाद तुरंत बाद उन्होंने ने फोन कॉल पर पुलिस को सूचित किया. पुलिस इस मामले की जांच करते हुए बदमाशों को पकड़ने की कोशिश में जुटी थी.
एसपी बोले- FIR दर्ज कर ली
ग्वालियर एसपी राजेश सिंह ने मीडिया को बताया कि जब करुणा शर्मा अपने घर से 1 किलोमीटर दूर पहुंची थीं, तब दो बदमाशों ने रोककर उन्हें धमकाया और गोली भी चलाई. करुणा ने सुरक्षा कर्मियों को फोन लगाकर इस बात की जानकारी दी थी. बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
हेमंत शर्मा