फिल्म के लिए रणदीप हुड्डा ने 28 दिनों में घटाया 18 किलो वजन, कैसे किया मुमकिन?

साहित्य आजतक 2025 के आखिरी दिन एक्टर रणदीप हुड्डा ने शिरकत की. यहां उन्होंने अपने शुरुआती स्ट्रगल और एक्टिंग में दिलचस्पी के किस्से सुनाए. रणदीप ने ये भी बताया कि उनके पिता उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे.

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साहित्य आजतक के मंच पर रणदीप हुड्डा (Photo: Atul Kumar Yadav) साहित्य आजतक के मंच पर रणदीप हुड्डा (Photo: Atul Kumar Yadav)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 9:09 AM IST

'साहित्य आजतक ओटीटी' में फिल्मी सितारों ने रंग जमाया. तीसरे दिन कार्यक्रम में एक्टर रणदीप हुड्डा शामिल हुए, जिन्होंने अपने एक्टिंग करियर में स्ट्रगल से लेकर फैमिली के सपोर्ट पर बात की. 

कैसे इतनी आसानी से कई किलो वजन घटा लेते हैं रणदीप?

रणदीप ने अपने फिल्मी करियर में कई बेहतरीन रोल्स प्ले किए हैं. कुछ किरदारों में तो वो काफी पतले और कमजोर भी नजर आए. फिल्म 'सरबजीत' और 'वीर सावरकर' के लिए रणदीप ने वजन घटाने के लिए हदें पार की थीं. एक्टर ने बताया कि 'सरबजीत' के दौरान उन्होंने सिर्फ 28 दिन में 18 किलो वजन कम किया था. 

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रणदीप ने कहा, 'मैं किसी को सलाह नहीं दूंगा कि वो 28 दिन में अपना 18 किलो वजन घटाएं. मुझे इस बात के पैसे मिल रहे हैं और ये मेरा काम है. इतना जल्दी वजन किसी को भी कम नहीं करना चाहिए. वीर सावरकर जी की बायोपिक के दौरान मेरा 32 किलो वजन कम हुआ था.' 

रणदीप ने आगे अपने किरदार के लिए वजन घटाने की वजह भी बताई. उन्होंने कहा, 'देखिए, अगर किसी इंसान को जेल में खाने के लिए एक सूखी रोटी मिलती है, तो आपके सिक्स पैक एब्स और मसल्स तो नहीं होंगे. अगर मैं वैसा दिखता, तो लोग कहते कि एक्टिंग कर रहा है. तो जैसा आपका किरदार है, पहली चीज आपको जैसे दिखना चाहिए और बोलना चाहिए, उसपर ध्यान दीजिए. आप 90% ऑडियंस का दिल वहीं जीत जाएंगे. बाकी 10% की कमी आपके डायरेक्टर, स्टोरी, डायलॉग्स और सीन्स पूरा करते हैं.'

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'मैं जानबूझकर अपना वजन नहीं घटाता हूं कि किसी को कुछ करके दिखाना है. उल्टा मैं तो डिप्रेशन में चला जाता हूं कि वजन कम करना पड़ जाएगा, फिर से भूखा मरना पड़ेगा.' रणदीप बताते हैं कि उन्होंने 18 किलो वजन 28 दिनों तक बिना कुछ खाए-पिए घटाया. क्योंकि अगर वो कुछ भी खाते, तो उनका वजन कम नहीं होता. एक्टर ने बताया कि उनकी मां उनके भूखा रहने से परेशान होकर उन्हें छोड़कर चली गई थीं. 

रणदीप ने कहा, 'मेरी मां पराठे बनाती थीं और मैं उन्हें कहता था कि आपको मेरा अत्याचार क्यों बढ़ाना है. फिर वो मुझे भूखा देखकर मुंबई से वापस गांव लौट आईं. लेकिन मैंने वो इसलिए किया क्योंकि वो मेरा काम था. मैं उससे मर नहीं रहा था. मेरी कोशिश ये थी कि एक इंसान जिसे इतने सालों से कैद किया गया, खाने-पीने को ज्यादा कुछ नहीं दिया. मैं चाहता था कि मैं उस किरदार को कुछ हद तक छूं पाऊं कि आखिर कैसे वो असलियत में थे.' 

बता दें कि रणदीप हुड्डा की फिल्म 'सरबजीत' साल 2016 में आई थी जिसमें ऐश्वर्या राय बच्चन और ऋचा चड्ढा जैसे सितारे शामिल थे. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपनी कहानी और रणदीप की दमदार परफॉरमेंस के कारण हिट हुई थी. इस फिल्म को ओमंंग कुमार ने डायरेक्ट किया था. 

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