मां के निधन के अगले ही दिन गाना बनाने लगे थे जुबिन गर्ग, पापोन ने बताया कैसे हुई थी सिंगर संग दोस्ती

दिवंगत दिग्गज सिंगर जुबिन गर्ग भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं. मगर फैंस और अपने करीबियों की यादों में वो हमेशा एक खूबसूरत याद बनकर जिंदा रहेंगे. साहित्य आजतक 2025 के मंच पर सिंगर पापोन ने जुबिन गर्ग से जुड़े कई ऐसे किस्से साझा किए हैं, जिन्होंने हर किसी के दिल को छू लिया है.

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सिंगर पापोन ने जुबिन गर्ग को किया याद (Photo Credits: Chandradeep Kumar) सिंगर पापोन ने जुबिन गर्ग को किया याद (Photo Credits: Chandradeep Kumar)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 22 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:40 PM IST

साहित्य आजतक 2025 के मंच पर कई बड़े सितारों ने अपनी मौजूदगी से चार चांद लगाए. पॉपुलर बॉलीवुड सिंगर पापोन ने इस दौरान अपने खास दोस्त रहे और दिग्गज दिवंगत सिंगर जुबिन गर्ग को याद किया. पापोन ने बताया कि जबिन गर्ग म्यूजिक को लेकर इतने ज्यादा पैशनेट थे कि मां के निधन के अगले दिन ही वो गाना बनाने लगे थे. सिंगर से जुड़ी बातें याद कर पापोन इमोशनल भी होते दिखे. 

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सिंगर जुबिन गर्ग से कैसे हुई थी पापोन की दोस्ती?

पापोन से पूछा गया कि जुबिन गर्ग की कौन सी बात उन्हें सबसे ज्यादा याद आती है? पापोन बोले- उनसे जुड़े कई किस्से हैं. एक ये है कि पहली बार मैं उनसे तब मिला था जब मैं स्टूडियो में अपनी पहली एल्बम रिकॉर्ड कर रहा था, जो अभी तक रिलीज नहीं हुई है.

कम ही लोग जानते हैं कि पापोन के पिता अपने वक्त के महान संगीतकार थे. उन्हें बिहू सम्राट भी कहा जाता था. अपने पेरेंट्स के बारे में बात करते हुए पापोन बोले- मेरे पिता जी और मम्मी असम के बडे़ फनकार थे. पिता जी की वजह से मेरे ऊपर काफी प्रेशर था. अभी भी इतना प्रेशर है, क्योंकि लोग मुझे उनके बेटे के तौर पर ही देखते हैं. ये बहुत ही सम्मान की बात है. लेकिन मुझे अपनी पहचान बनानी है. मेरा अलग ही संघर्ष रहा है. 

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'मुझे याद है कि मैं रिकॉर्डिंग कर रहा था, क्योंकि पिता जी चाहते थे कि मैं गाने गाऊं. मैं उस वक्त करीब 20-21 साल का था. जुबिन उस वक्त पहले से पॉपुलर थे. वो अचानक स्टूडियो में आ गए. उन्होंने पिता जी को प्रणाम किया और मुझसे भी मिले और फिर इस तरह हमारी दोस्ती हो गई.'

'जुबिन मुझसे पूछते थे कि तुम गाने क्यों नहीं गाते. मगर मैं पढ़ाई के लिए दिल्ली चला गया था. आर्किटेक्चर करने गया था वो अधूरा रहा गया. फिर इंग्लिश ऑनर्स की, वो भी अधूरी रह गई. जुबिन गर्ग ने फिर मुझसे कहा कि एक गाना करते हैं. उन्होंने मुझसे कहा तू अच्छा लड़का बन. मैं खराब लड़का बनूंगा. हम एक ही लड़की को प्यार करेंगे...ऐसा गाना बनाऊंगा. हमने फिर गाना बनाया था. हम दोस्त बन गए थे.' 

 

मां के निधन के अगले ही दिन गाना बनाने लगे थे जुबिन गर्ग

जुबिन गर्ग से जुड़ा किस्सा सुनाते हुए पापोन ने बताया- 'जुबिन ने फिर अपनी मम्मी को खो दिया था. मैं तब उनके स्टूडियो में गया था. मैं शॉक्ड में था. मुझे लगा कि उनकी मां नहीं रहीं. मैं उस वक्त इतना छोटा था कि मुझे समझ नहीं थी कि उनके सामने मैं कैसे रिएक्ट करूंगा. मैं डरते हुए उनसे मिलने गया था. मुझे लगा कि इस सिचुएशन में उनसे क्या बोलूंगा. मैं उनके पास जाकर बैठा. वो कीबोर्ड में कुछ म्यूजिक बना रहे थे. उन्होंने मुझे हेडफोन दे दिया कि सुन. मैंने फिर सुना तो उन्होंने पूछा कैसा लग रहा है? मैंने पूछा क्या कर रहे हो? उन्होंने कहा कि नया गाना बना रहा हूं. एक दिन पहले उनकी मम्मी गुजरी थीं और अगले दिन वो गाना बना रहे थे. म्यूजिशियन ऐसे ही होते हैं. उनके लिए शो चलते रहना चाहिए.'

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जब पापोन ने खोए थे अपने पिता, तो याद आए जुबिन गर्ग

पापोन आगे बोले- हमें सिर्फ इतना पता है कि जीना कैसे है? हमारा धर्म ही म्यूजिक है. मैं ये कहना चाहता हूं कि जुबिन गर्ग से सीखो. मैं खुद का भी उदाहरण देना चाहता हूं. मेरे जब पिता जी गुजरे थे, वो मेरे लिए सबसे बड़ा शॉक था. मगर 14 दिन बाद मैं यूएस टूर पर गया था. सब बोल रहे थे कि जाना है या नहीं जाना. मैं भी सोच रहा था कि पिता जी गुजरे हैं कैसे मैं टूर पर चला जाऊं. लेकिन फिर मैंने खुद से पूछा कि पिता जी तो नहीं चाहते थे कि मैं अपना टूर खत्म करूं. मेरा पहला यूएस टूर था. जुबिन की जिंदगी भी ऐसी ही थी. वो दिन-रात सिर्फ म्यूजिक में बिजी रहते थे. गाने ही गाते रहते थे. 

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