World Malaria Day 2025: दुनियाभर में हर साल 25 अप्रैल को 'विश्व मलेरिया दिवस' मनाया जाता है. इस खास दिन को मनाने का उद्देश्य मलेरिया के प्रति लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है. मलेरिया मादा मच्छर एनोफिलीज के काटने से होता है.
WHO के अनुसार मलेरिया की बीमारी ज्यादातर संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से होती है. आमतौर पर मलेरिया दो हफ्ते में ठीक हो जाता है लेकिन अगर सही समय पर इसका इलाज न किया जाए तो ये रोगी के लिए जानलेवा हो सकता है. मलेरिया होने पर रोगी के खान-पान का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है.
मलेरिया के लक्षण
WHO के अनुसार, आमतौर पर मलेरिया के लक्षण संक्रमित मच्छर के काटे जाने के 10-15 दिनों के अंदर दिखने शुरू हो जाते हैं. इसके शुरुआती लक्षणों की बात करें तो वह कंपकंपी वाली ठंड, तेज बुखार और सिरदर्द हैं. इसके अलावा शरीर में दर्द, उल्टी, जी मचलना आदि भी हो सकते हैं. कुछ लोगों में मलेरिया के लक्षण हल्के हो सकते हैं, खासकर उनमें जिन्हें पहले मलेरिया हो चुका है.
मलेरिया के मरीज को क्या खाना चाहिए?
एक्सपर्ट के अनुसार, मलेरिया के मरीजों को हाई कार्बोहाइ़ड्रेट, विटामिन और प्रोटीन से भरपूर डाइट लेनी चाहिए. मलेरिया के रोगी को शरीर में पानी की कमी नहीं होने देनी चाहिए. जल्दी रिकवरी के लिए जितना हो सके उतना रोगी को लिक्विड लेना चाहिए. नारियल पानी, गन्ने का रस, ताजे फलों का जूस, नींबू पानी, सूप जैसी चीजें पीनी चाहिए. पानी पीने से पहले उसे उबाल लें इससे उसमें मौजूद बैक्टीरिया खत्म हो जाएंगे.
बचाव का तरीका
मलेरिया से बचने का सबसे पहला तरीका मच्छरों से बचाव है. ऐसे में जब आसपास मच्छर ज्यादा हों तो मच्छरदानी लगाकर ही सोएं. घर के आसपास पानी को जमा न होने दें क्योंकि पानी में मच्छर पनपने का खतरा रहता है. घर के अंदर मच्छर मारने वाली दवा छिड़कें और मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करें.
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