पूरे उत्तर भारत में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है. सर्दियों का मौसम आते ही माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता अपने नन्हे-मुन्ने को ठंड से बचाने की होती है. अक्सर घर के बड़े-बुजुर्ग सलाह देते हैं कि बच्चे को सिर से पांव तक ढक कर रखना चाहिए, खासकर सोते समय बच्चों को टोपी और मोजे पहनाना जरूरी समझा जाता है. लेकिन क्या ऐसा करना सही है और डॉक्टरों की इस पर क्या राय है, इस खबर में हम आपको यही बता रहे हैं.
क्या बच्चे को सोते समय टोपी पहनानी चाहिए?
बच्चों के डॉक्टरों के अनुसार, सोते समय बच्चे को टोपी पहनाना आमतौर पर सही नहीं माना जाता है. इसके पीछे वैज्ञानिक कारण हैं.
ओवरहीटिंग का खतरा
बच्चों का शरीर बड़ों से अलग होता है, खासकर नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों में Brown Fat ज्यादा होता है जो शरीर के अंदर गर्मी पैदा करके उन्हें ठंडा होने से बचाता है क्योंकि वे अपने शरीर का तापमान वयस्कों की तरह नियंत्रित नहीं कर पाते. यह फैट गर्दन, कंधों और पीठ के ऊपरी हिस्से में होता है और उम्र के साथ कम होता जाता है.
बच्चों के शरीर का तापमान उनके सिर के जरिए नियंत्रित होता है. अगर आप सोते समय उनका सिर ढक देते हैं तो शरीर की अतिरिक्त गर्मी बाहर नहीं निकल पाती जिससे ओवरहीटिंग हो सकती है.
SIDS का होता है जोखिम
छोटे बच्चों में अचानक मृत्यु (SIDS) का एक बड़ा कारण ओवरहीटिंग को माना गया है. सिर ढका होने से बच्चे का शरीर जरूरत से ज्यादा गर्म हो सकता है.
दम घुटने का डर
सोते समय बच्चा हाथ-पैर मारता है, जिससे टोपी खिसककर उसके चेहरे या नाक पर आ सकती है. इससे बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.
क्या मोजे पहनाना सुरक्षित है?
टोपी के मुकाबले मोजे पहनाना काफी हद तक सुरक्षित माना जाता है लेकिन इसके लिए भी कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
तापमान का संतुलन
अगर कमरा बहुत ठंडा है तो मोजे पहनाना अच्छा है क्योंकि पैर गर्म रहने से बच्चे को बेहतर नींद आती है. लेकिन मोजे बहुत ज्यादा टाइट नहीं होने चाहिए. ज्यादा टाइट मोजे पहनने से बच्चे के पैरों में रक्त संचार प्रभावित हो सकता है.
कपड़े का चुनाव का रखें ध्यान
बच्चों के लिए हमेशा कॉटन या लाइट कपड़े के मोजे ही चुनें जो बच्चों की कोमल त्वचा को चुभें नहीं. अगर कमरा गर्म है तो मोजे पहनाने की जरूरत नहीं है.
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